गोरखपुर (ब्यूरो)। इन दिनों सिटी के विभिन्न चौराहों पर लोगों के बीच इस बात की चर्चा भी आम है कि आखिरकार प्रशासन व नगर निगम की तरफ से अलाव की प्रॉपर व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही। जबकि ठंड के शुरुआती दिनों में अलाव की व्यवस्था थी। पब्लिक की इस समस्या का रियलिटी चेक करने डीजे आईनेक्स्ट की टीम सिटी के प्रमुख चौराहों पर पहुंची तो इन जगहों पर पुरानी राख नजर आई। कहीं अलाव जलते हुए दिखाई नहीं दिए। जबकि नगर निगम और नगर पंचायत में अलाव जलाने के लिए जगह चिन्हित हैैं। यही वजह है कि अलाव सिर्फ कागजों में जलते हुए दिखाई दे रहे है।
घोष कंपनी चौराहा
डीजे आईनेक्स्ट टीम को घोष कंपनी चौराहे पर लोगों का आवागमन मिला। रेती की तरफ जाने वाले रोड के किनारे पुलिसकर्मी तैनात मिले। लेकिन कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं दिखी। जबकि कुछ व्यक्ति व पुलिसर्मी अलाव न जलने पर जिम्मेदारों को कोसते हुए नजर आए।
कचहरी चौराहा
कचहरी चौराहे पर कलेक्ट्रेट की तरफ जाने वाले बाई लेन के पास ट्रैफिक पुलिस का ठहराव केंद्र दिखा। वहां कुछ पुलिसकर्मी तैनात दिखे। पूछे जाने पर अलाव को लेकर बोले की शुरू में कुछ दिन अलाव जला था, लेकिन इधर कुछ दिनों से बिल्कुल ही नहीं जल रहा।
डीएम आवास चौराहा
सिविल लाइंस एरिया में डीएम आवास है, लेकिन इस रोड से गुजरने वालों के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नहीं दिखाई दी। दुकानदार से लेकर राहगीर तक ठिठुरते हुए दिखाई दिए। राहगीर रुपेश मौर्या ने बताया कि ठंड बहुत है, लेकिन अलाव नहीं है।
अलहदादपुर तिराहा
अलहदादपुर तिराहे से होते हुए रायगंज और मुंशी प्रेम चंद पार्क रोड जाने वाली यह सबसे व्यस्ततम सड़क है। लेकिन अलाव की व्यवस्था पहले जहां होती थी, वहीं इधर कुछ दिनों से अलाव नहीं जलने से लोग ठंड में ठिठुरते हिए दिखाई दिए।
प्राप्त बजट एवं दर
- कंबल क्रय मद में - 316.80 लाख
- अलाव मद में - 7.0 लाख
- कंबल क्रय प्रति अदद - 479.99
- आपूर्तिकत्र्ता संस्था - उत्तर प्रदेश हैैंडलुम कार्पोरेशन लिमिटेड, लखनऊ
-विभाग - वितरित कंबल
सात तहसील - 84,210
नगर निगम - 10,000
अलाव की व्यवस्था
विभाग - अलाव स्थल
नगर निगम के माध्यम से - 227
तहसीलों के माध्यम से - 84
नगर पंचायत के माध्यम से - 63
अलाव जलाने के लिए जगह चिन्हित है। नगर निगम, तहसील और नगर पंचायत में जल भी रहे हैैं। लेकिन कुछ जगहों पर नहीं जल रहे हैैं। तो इसके लिए संबंधित विभागों के जिम्मेदारों से बात की जाएगी। इसको लेकर मै स्वयं मॉनिटरिंग करूंगा।
कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर
200 से ऊपर जगहों पर रोजाना अलाव जल रहे हैं। इसके अलावा जिस जगह से डिमांड आती है, वहां भी अलाव जलवाए जा रहे हैं। इसकी मॉनिटरिंग भी रोजाना की जाती है।
दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त