गोरखपुर। सड़कों पर उमड़ा जन सैलाब देखते ही बन रहा था। हर तरफ जयकारा शेरा वाली दा बोल सच्चे दरबार की जय समेत कई भक्ति गानों की धुन से महौल भक्ति से सराबोर रहा।

बता दें कि शुक्रवार की सुबह होते ही श्रद्धालुओं ने विभिन्न पंडालों में दर्शन-पूजन किया। घरों में भी पूजा-अर्चना कर लोगों ने कन्याओं के पांव पखार कर उन्हें चुनरी ओढ़ाकर प्रसाद ग्रहण कराया। इसके बाद वैदिक मंत्रोंचार के बीच पुरोहितों की देखरेख में पंडालों व घरों में हवन व आरती की गई। पूरे दिन यह सिलसिला चलता रहा। जगह-जगह भंडारे में लोगों ने प्रसाद भी ग्रहण किया। देवी गीतों से माहौल भक्तिमय रहा। देर शाम से महानगर के रेलवे स्टेशन रोड, कालीबाड़ी, दुर्गाबाड़ी, गोलघर निकट काली मंदिर, धर्मशाला बाजार, एनई रेलवेे बालक इंटर कॉलेज परिसर, लोको ग्राउंड इत्यादि में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था।

- शकितपीठों में सुबह से ही उमड़ी आस्था


शहर के प्रसिद्ध शक्ति पीठों में शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की आस्था उमड़ पड़ी। शहर के गोलघर काली मंदिर, दाउदपुर काली मंदिर, हठ्ठी माता मंदिर, मंगला माता मंदिर, शहर से बाहर जंगल कौडिय़ा मंदिर, तरकुलहा देवी मंंदिर, बुढिय़ा माता मंदिर के साथ गली मोहल्लों में स्थापित मंदिरों में श्रद्धालुओं ने माता को नारियल चुनरी भेंट कर धूप-कपूर जलाकर मंगलकामना की।


माता की प्रतिमाओं का विसर्जन आज


विजयादशमी को लेकर शनिवार को जिले की लगभग 4200 प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। कालीबाड़ी, दुर्गाबाड़ी, धर्मशाला, गोलघर, बालक इंटर कॉलेज, लोको ग्राउंड के साथ शहर के विभिन्न स्थलों पर स्थापित प्रतिमा का विसर्जन शोभा यात्रा निकाल कर किया जाएगा। ढ़ोल नगाड़े व भक्ति गानों की धुन पर झूमते श्रद्धालु माता की प्रतिमा को कृत्रिम घाट ले जाएंगे, जहां आरती की बाद मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।