गोरखपुर : गोरखपुर को पर्यटन का हब बनाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल और दिशा-निर्देश पर पर्यटन विभाग ने न केवल शहर की विरासतों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया है बल्कि आध्यात्मिक स्थलों को भी चमकाया है। बावजूद इसके जानकारी के अभाव में बड़ी संख्या में पर्यटक उन पर्यटक स्थलों पर पहुंच नहीं पाते। नतीजा यह होता है कि कई पर्यटन केंद्रों के पर्यटकों के आगमन का इंतजार रह जाता। शहर में पर्यटकों का ठहराव भी नहीं हो पाता। इस समस्या के समाधान के लिए पर्यटन विभाग ने पर्यटन केंद्रों के प्रचार-प्रसार की योजना बनाई है।

इस क्रम में सभी पर्यटन केंद्रों को अपनी वेबसाइट पर तो प्रदर्शित किया ही है, शहर में संकेतक बोर्ड लगाने का निर्णय भी लिया है। संकेतक बोर्ड उन सभी स्थलों पर लगेगा, जिससे पर्यटक शहर में प्रवेश करते हैं। बोर्ड पर पर्यटन स्थलों का नाम, दिशा और दूरी तीनों दर्ज की जाएगी। कुछ स्थानों पर शहर का नक्शा भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें पर्यटन केंद्रों की मौजूदगी को हाइलाइट किया जाएगा। इसके लिए साढ़े तीन करोड़ रूपये का प्रस्ताव तैयार किया गया है। संकेतक बोर्ड इतना आकर्षक बनवाने की तैयारी है कि हर पर्यटक की नजर शहर में प्रवेश करते हुए उसपर जरूर पड़े।

बौद्ध सर्किट और रामायण सर्किट के हृदय स्थल पर मौजूद होने के चलते गोरखपुर में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिनजानकारी के अभाव मेंं यहां के पर्यटन केंद्रों तक नहीं पहुंच पाते हैं। इसे ध्यान में रखकर शहर के सभी ऐसे स्थानों पर जहां से शहर में पर्यटकों का प्रवेश होता है, आकर्षक संकेतक बोर्ड लगाने की योजना बनाई गई है। जल्द ही यह संकेतक बोर्ड शहर के प्रमुख स्थानों पर नजर आएंगे। इससे गोरखपुर में पर्यटकों का ठहराव बढ़ेगा।
रवींद्र कुमार मिश्र, उप निदेशक, क्षेत्रीय पर्यटन विभाग