गोरखपुर (ब्यूरो)।बैैंक से पहुंच रहे मैसेज को देखकर उनकी रात की नींद उड़ गई है। वहीं प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों का भी बुरा हाल है। मुश्किल के दौर में इसके प्रतिनिधियों ने गाड़ी खींचनी शुरू कर दी है। बशारतपुर निवासी प्रवीण सिन्हा ने बेटे की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लिया है। वह बताते हैं कि बेटा नोएडा के एक संस्थान से बीटेक कर रहा है। मई में ईएमआई 4230 रुपए थी, जो बढ़कर अब 4450 रुपए हो गई है। वह बेहद परेशान हैैं। ईएमआई की रकम अचानक बढऩे की समस्या को लेकर बैैंक आ रहे लोग दलील दे रहे हैं कि कमाई बढ़ नहीं रही, ईएमआई बढ़ रही है। लेकिन रेपो रेट के बढऩे से बैंकर ईएमआई बढ़ाने को मजबूर हैं।
केस 1
मानबेला निवासी अनुराग श्रीवास्तव ने मकान बनवाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के एक बैंक से 50 लाख का लोन 20 साल के लिए 7 परसेंट ब्याज दर पर लिया था। उसकी ईएमआई 38,765 रुपए आ रही थी। ब्याज दर अब बढ़कर 8.90 परसेंट हो गई हैं। ऐसे में ईएमआई भी बढ़कर 44,665 रुपए हो गई है। यानी करीब छह हजार रुपए अधिक ईएमआई उन्हें चुकानी पड़ रही है। एक तरफ कमाई में इजाफा नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ ईएमआई बढऩे से लोन की किस्त टूट रही है।
केस 2
विजय चौक निवासी आदेश सिंह ने कार के लिए 6 लाख रुपए का लोन लिया था। ब्याज दरों के बढऩे से 12,110 रुपए की किस्त 12,500 रुपए हो गई है। वे बताते हैैं कि ऑटो के साथ ही होम लोन भी लिया हुआ है। दोनों मिलाकर किस्त में 1400 रुपए महीने की बढ़ोतरी हो गई है। आय में कोई इजाफा हुआ नहीं, ऊपर से महंगाई की मार ने घर का बजट बिगाड़ रखा है।
उद्यमी भी परेशान, लोन लेने की नहीं जुटा पा रहे हिम्मत
रेपो रेट बढऩे का सर्वाधिक असर उद्यमियों पर दिख रहा है। गीडा के उद्यमी ने सालभर पहले बैंक से 8.4 परसेंट के रेट से 10 करोड़ रुपए लोन लिया था। वर्तमान में ब्याज दर 9.7 परसेंट हो गई है। जिसके चलते प्रतिमाह की ईएमआई 36 हजार रुपए बढ़ गई है। चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन सिंह का कहना है कि भारी उद्योग की तरह ही लघु उद्योग के उद्यमियों को भी बढ़ा हुआ ब्याज देना पड़ रहा है। बाजार में डिमांड नहीं है। वहीं उद्यमियों को 10 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक की ईएमआई में बढ़ोतरी हो गई है। रेपो रेट पर बढ़ोतरी से नए उद्यमी लोन लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
बैंकिंग एक्सपर्ट के सुझाव
- यूनियन बैैंक ऑफ इंडिया सिविल कोर्ट ब्रांच के मैनेजर गणेश शुक्ला बताते हैैं कि रेपो रेट बढऩे के दो तरह के मैसेज कस्टमर को भेजे जा रहे हैं।
- एक तो अपने अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस रखें और दूसरा यह कि रेपो रेट बढऩे से अगली किस्त बढऩे वाली है।
- ऐसे कंडीशन में स्कीम आई है कि एसबी प्रीमियम खाता खोलना है। इस में तीन महीने की एडवांस ईएमआई जमा करना है, ताकि खाते में पैसा नहीं होने पर मेंटेन किया जा सकेगा।
- इसके अलावा एसबी एचएनआर्ई अकाउंट हैैं, इस स्कीम में खाताधारक का अगर मेन अकाउंट बैैंक में नहीं है तो वह इस अकाउंट को खुलवाकर मिनिमम 50,000 रुपए जमा कर ईएमआई बाउंस होने से बच सकता हैैं।
- बढ़ी ब्याज दर का प्रभाव कम करने के लिए ग्राहक अपनी ईएमआई या लोन की अवधि बढ़वा सकते हैं।
रेपो रेट में कब कितनी वृद्धि (परसेंट में)
डेट--------- रेपो रेट --- वृद्धि
4 मई 2022 --- 4.40 % -- 0.4
8 जून 2022 --- 4.90 % -- 0.5
5 अगस्त 2022 -- 5.40 % -- 0.5
30 सितंबर 2022 --- 5.90 % -- 0.5
7 दिसंबर 2022 --- 6.25 % -- 0.35