गोरखपुर (ब्यूरो)।वार्डों में सफाई व्यवस्था बदहाल है। स्ट्रीट लाइट खराब होने के बाद भी बन नहीं पा रही है। सड़कों की मरम्मत के काम अटके पड़े हैं। शहर की सरकार का कार्यकाल खत्म होने के बाद अब आम आदमी को मुसीबत से रोज जंग लडऩी पड़ रही है। अपने एरिया में चाकचौबंद सफाई का दावा करने वाले पार्षद भी समस्याओं को दूर नहीं करा पा रहे हैं। इस मामले में पार्षदों का कहना है कि अगर समय रहते जनहित की समस्या दूर नहीं की गई तो वह आमजन के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
वार्डों में स्ट्रीट लाइट खराब, नहीं बन पा रहे
कई वार्डों में स्ट्रीट लाइट खराब होने से रात के समय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्षद नगर निगम में इसे बनवाने और बदलवाने के लिए कई बार जिम्मेदारों को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। पार्षदों का कहना है कि यही नहीं नगर निगम की ओर से अंतिम बोर्ड बैठक में 25-25 स्ट्रीट लाइट सभी पार्षदों को देने के लिए कहा गया था, लेकिन उस पर भी अमल नहीं किया गया। आगामी महीनों में चुनाव होने हैं, लोग बार-बार समस्याओं के लिए आकर कह रहे हैं, लेकिन परेशानी दूर न कराने के चलते लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।
कूड़े का अंबार, ठेले खराब
पार्षदों का कहना है कि उनके वार्ड में जगह-जगह कूड़ा उठ नहीं पा रहा है। जिस ठेले से कूड़ा उठता है वह खराब हो चुका है। मरम्मत के लिए कहने पर सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। यही नहीं झाड़ू और बेलचा के लिए भी नगर निगम से गुहार लगाई जा रही है। सफाई कर्मचारियों को खुद के पैसे से सामान खरीदकर दिया जा रहा है।
सड़कों की दशा खराब
खराब सड़कों के बारे में लगभग सभी पार्षदों की एक ही परेशानी है। उनका कहना है कि टेंडर और बजट अलॉट होने के बाद भी काम नहीं हो रहे हैं। पार्षद वरीयता के काम भी अटके पड़े हैं। वार्डों में खराब सड़कों से होकर लोग गुजर रहे हैं तो नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। लोग रोजाना सड़कों को बनवाने के लिए कह रहे हैं, लेकिन कुछ हो नहीं पा रहा है। सड़क बनवाने के लिए नगर निगम में कहने पर हमेशा बजट न होने का हवाला दिया जाता है। जबकि जिन कामों के टेंडर हो चुके हैं उनके ठेकेदार पेमेंट न होने के चलते काम नहीं शुरू कराने का हवाला दे रहे हैं।
कांम्पेक्टर मशीन खराब है, इसकी वजह से कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। पोकलेन मशीन की खराबी से नाले की सफाई नहीं हो रही। ठेले टूट चुके हैं, न तो मरम्मत और न ही दूसरा दिया जा रहा है। सीयूजी बंद होने से अब अपने प्राइवेट नंबर से कॉल करने पर अफसर उसे उठा नहीं रहे हैं।
ऋषि मोहन वर्मा, उपसभापति
वार्ड में पथ प्रकाश की व्यवस्था बदहाल है। यही हाल लगभग सभी वार्ड का है। पथ प्रकाश की मरम्मत का ठेका समाप्त हो चुका है। नई ठेका नगर निगम ने अभी तक नहीं दे सका। इससे मरम्मत का काम ठप है। नगर निगम सुनवाई नहीं कर रहा है तो अब डीएम से मिलकर गुहार लगाई जाएगी।
जियाउल इस्लाम, पार्षद, मुफ्तीपुर
हमारे वार्ड का तो बुरा हाल है। कई सड़कें जर्जर हाल में है, कई बननी तो शुरू हुईं लेकिन पूरी ही नहीं हो रही हैं। ठेकेदार पेमेंट में दिक्कतों के चलते काम नहीं करा रहा है। स्ट्रीट लाइट खराब है, शिकायत पर भी नहीं बन रही हैं।
संजय यादव, पार्षद, अलीनगर
वार्ड में सफाई व्यवस्था बदहाल है। तीन-चार ठेले टूट गए, उनको नगर निगम आज तक न तो मरम्मत करा सका और न ही बदलकर दूसरा दे सका। बुझ चुकी स्ट्रीट लाइटें कब बनेंगी इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं है।
अशोक यादव, पार्षद, रायगंज
नगर निगम पार्षदों के साथ छल कर रहा है। हमारे वार्ड में सड़कों का टेंडर होने के बाद भी काम अधूरा हैं। स्ट्रीट लाइट खराब है। जबकि वार्ड में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी का घर भी है। पार्षदय वरीयता का काम स्वीकृत होने के बाद भी टेंडर नहीं हो रहा है। सड़क खराब होने से लोगों के कमेंट सुनने पड़ रहे हैं।
संजीव सिंह सोनू, पार्षद, शेषपुर
वार्ड में सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। शिकायत करने पर अफसर लड़ाई पर उतारू हो जाते हैं। स्ट्रीट लाइट खराबी के साथ कई जगह वह है ही नहीं। नगर निगम की ओर से स्ट्रीट लाइट देने के लिए कहा गया था लेकिन आज तक मिला नहीं।
विश्वजीत त्रिपाठी, पार्षद बेतियाहाता
हमारा वार्ड रात के समय अंधेरे में डूब जाता है। लोग स्ट्रीट लाइट के लिए बार-बार शिकायत कर रहे हैं लेकिन नगर निगम के अफसरों की हीलाहवाली से समस्या दूर नहीं हो रही है। वार्ड से कूड़ा उठाने में भी लापरवाही हो रही है।
अफरोज उर्फ गब्बर, पार्षद, शिवपुर शहबाजगंज