गोरखपुर: रोड पर जो भी चलता है उसे यह बात जरूर पता होगी की स्पीड ब्रेकर क्यों लगाए जाते हैैं। अगर किसी से पुछो तो वो यही बताएगा की स्पीड ब्रेकर का काम है स्पीड कम करना ताकि एक्सीडेंट न हो, लेकिन अगर यह कहें की स्पीड बे्रेकर से रोड पर चलने वाले लोगों की सेहत के साथ गाडिय़ों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है तो यह कहना गलत नहीं होगा। दरअसल सिटी के जेल रोड पर बने स्पीड बे्रकर की बात करें तो यह ब्रेकर बीना किसी मानक के अनुरूप बने हैैं। यहां 500 मीटर की रोड पर 7 स्पीड ब्रेकर लगे हैैं। ये स्पीड बेे्रेकर गाडिय़ों की सेहत के साथ ही लोगों की सेहत भी खराब कर रहे हैैं।
- बार-बार झटके लगने से रीढ़ की हड्डी और कमर पर तनाव बढ़ता है, जिससे स्लिप डिस्क, स्पॉन्डिलाइटिस, या अन्य हड्डी संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बुजुर्ग और जोड़ों के दर्द से ग्रस्त लोग अधिक प्रभावित होते हैं।
- वाहन चलाते समय स्पीड ब्रेकर सामने आने पर तेज ब्रेक लगने या अचानक झटके से मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है। लंबे समय तक ऐसी स्थिति में यात्रा करने से पुरानी मांसपेशीय समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- बार-बार गति रुकने और झटके लगने से तनाव और चिड़चिड़ापन हो सकता है। लंबे समय तक ऐसे रोड पर यात्रा करने वाले ड्राइवरों में मानसिक थकान और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
- अनावश्यक स्पीड ब्रेकर से गर्भवती महिलाओं को पेट पर दबाव और झटके का खतरा होता है, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को अचानक झटकों से रक्त प्रवाह में असामान्यता का सामना करना पड़ सकता है। दिल के रोगियों के लिए ऐसी स्थिति घातक हो सकती है।
गैरजरूरी बे्रकर का असर
- अनावश्यक स्पीड ब्रेकर से सस्पेंशन पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे जल्दी खराब होने का चांस होता है। बार-बार उचकने से टायरों में अधिक घर्षण पैदा होता है, जिससे उनका घिसाना तेजी से होता है।
- स्पीड ब्रेकर से गाड़ी का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे स्पीड बे्रकर पर सही संतुलन न होने से एक्सीडेंट्स का रिक्श बढ़ जाता है।
- स्पीड ब्रेकर के वजह से बार-बार ब्रेक लगाने पर ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
- यदि गाड़ी की स्थिति बिगड़ती है, तो बीमा क्लेम के कारण प्रीमियम भी बढ़ सकते हैं।
- यदि गाड़ी की सेहत खराब होती है, तो सेल्फ़ ड्राइविंग तकनीक प्रभावित हो सकती है।
- अनावश्यक स्पीड ब्रेकर से अचानक ब्रेक लगाने की जरूरत पड़ती है, जो दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।
- अगर पीछे से वाहन तेज गति में आ रहा हो, तो अचानक रुकने से टकराव हो सकता है।
- स्पीड ब्रेकर को पहचानने में देरी से ड्राइवर का ध्यान भटक सकता है, जो सड़क पर खतरनाक साबित हो सकता है।