गोरखपुर : पुलिस की छानबीन में पता चला कि आर्थक प्रताप ङ्क्षसह, हास्पिटल संचालक विवेक सेठ आठ सितंबर को नेपाल गए थे। वहां से लौटने के बाद हर्ष ङ्क्षसह, विपिन यादव, नागेन्द्र यादव, अश्वन ङ्क्षसह, कृष तिवारी व अन्य के साथ कप्तानगंज के सोहनी गांव में रहने वाले अजीत ङ्क्षसह के घर पहुंचा था। पकड़े गए युवकों से पूछताछ में पता चला कि कुशीनगर जिले में आर्थक प्रताप ङ्क्षसह की छावनी है जहां वह अक्सर इस तरीके की पार्टी करता था। आठ ङ्क्षसतबर को अजीत का जन्मदिन होने की वजह से इन लोगों ने उसके घर पर पार्टी की थी। रात तक शराब की पार्टी चली इसके बाद अचानक तय हुआ कि नर्तकियों को बुलाकर डांस कराया जाए। अजीत के स्वजन ने मना किया लेकिन इसके बाद भी सभी आरोपित रामकोला के गोबरही बाजार चौराहे पर पहुंच गए और नर्तकियों को अगवा कर उनके साथ हैवानियत की। कुशीनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में शामिल दो बदमाश मुठभेड़ में पकड़े गए।
आर्थक का आपराधिक इतिहास
पुलिस मुख्यालय ने मामले का संज्ञान लिया तो आरोपितों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस उनका आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है। इसी दौरान पता चला कि आर्थक ङ्क्षसह ने पांच सितंबर, 2022 को गोरखपुर विश्वविद्यालय के आरपी शुक्ल छात्रावास में अपने साथियों संग मारपीट की थी। कैंट थाना पुलिस ने आर्थक के साथ ही जगरनाथपुर में रहने वाले हर्ष ङ्क्षसह, गुलरिहा के जैनपुर में रहने वाले ओम मिश्रा, सहजनवां के सेमरा गांव में रहने वाले अमन सोलंकी, खोराबार के रामगढ़ उर्फ चंवरी के विवेक पांडेय और देवरिया जिले के गौरीबाजार स्थित खैरटिया गांव के रहने वाले ऋषिकेश को पकड़ा था। आर्थक के पास से .32 बोर का एक कारतूस मिलने पर थाने के दारोगा सुशील कुमार यादव ने उसके विरुद्ध आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया जिसमें एफआर (अंतिम रिपोर्ट) लगा दिया गया।
बंदूक दिखा युवाओं में जमाया रसूख
आर्थक प्रताप ङ्क्षसह, विवेक सेठ व उनके अन्य साथी इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हैं। इस्टाग्राम एकाउंट पर पार्टी में आने-जाने, गाडिय़ों के काफिले व हाथ में बंदूक लेकर आगे-पीछे खड़े निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ का वीडियो उन्होंने शेयर किया है। यही वीडियो दिखाकर लोगों पर रौब जमाने के साथ ही यह लोग मनमानी करते थे। इनके खौफ की वजह से कोई इनके अनैतिक कार्य का विरोध नहीं करता था। कुशीनगर पुलिस के कार्रवाई करने के बाद उनकी कारस्तानी की चर्चा हर ओर हो रही है।
कुशीनगर में वारदात करने वाले आरोपितों का आपराधिक विवरण जुटाया जा रहा है। आर्थक प्रताप ङ्क्षसह के विरुद्ध दर्ज हुए आम्र्स एक्ट के मुकदमे में एफआर (अंतिम रिपोर्ट) कैसे लगी इसकी जांच कराई जा रही है। लापरवाही मिलने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के साथ ही नए सिरे से मामले की विवेचना कराई जाएगी।