गोरखपुर (ब्यूरो)।बिजली का बिल बनवाने के लिए प्रॉब्लम झेल रहे कंज्यूमर्स को हेल्प डेस्क खुलने के बाद भी राहत नहीं मिल रही। क्वैश कार्प की हेल्प डेस्क सेंटर का नंबर उठता ही नहीं है। चीफ इंजीनियर कार्यालय में बने कंट्रोल रूम नंबर से स्टाफ नदारद रहता है। रेलवे हेल्प डेस्क मेें भी स्टाफ नहीं रहता। इसलिए सरकारी मंशा पर लगातार पानी फिर जा रहा है।
क्वैश कार्प के कॉल सेंटर का नंबर स्विच ऑफ
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने शुक्रवार सुबह एजेंसी क्वैश कार्प की ओर से जारी हेल्प डेस्क नंबर 8858645757 और 8858058042 पर कॉल किया तो कॉल सेंटर का नंबर स्विच ऑफ मिला। इस नंबर पर कई बार ट्राई करने के बाद नंबर नहीं लग रहा था। एक बार तो कवरेज एरिया से बाहर बता रहा था। जबकि यह कॉल सेंटर कंज्यूमर्स की सुविधा के लिए खोला गया है। बिल समय से नहीं जमा होने से कंज्यूमर्स की प्रॉब्लम बढ़ गई हैं।
सीई के कंट्रोल रूम में स्टाफ नहीं
मोहद्दीपुर स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय में कंज्यूमर्स की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई हैं। साथ ही प्रॉब्लम के समाधान के लिए कंट्रोल रूम का नंबर 9415737209 जारी किया गया है। प्रतिदिन यहां पर बिजली से संबंधित 20 से 25 कंप्लेन आने का दावा है, लेकिन कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी अपनी ड्यूटी से नदारद रहता है। इसकी वजह से कंज्यूमर्स की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है।
रोडवेज कंट्रोल रूम में आतीं 100 कंप्लेन
रेलवे बस स्टेशन पर पैसेंजर्स की सहूलियत के लिए इंक्वायरी नंबर 9451083836 जारी किया गया है। टीम ने कंट्रोल रूम नंबर पर कॉल किया तो एक कर्मचारी ने कॉल उठाया। उसने पूछा, प्रॉब्लम क्या है? उन्होंने बताया कि आए दिन 100 पैसेंजर्स की कंप्लेन आती है। इसमें सबसे ज्यादा बस के अंदर सामान छूटने की और बस में सीट नहीं मिलने की आती है। कंट्रोल रूम में उनकी प्रॉब्लम को रजिस्टर में दर्ज करने के बाद समस्या का दूर करने का प्रयास किया जाता है।
केस 1
पादरी बाजार स्थित मानस विहार कॉलोनी निवासी निशा सिंह के नाम से चार किलोवॉट का कनेक्शन हैं। समय से बिजली का बिल नहीं बनने की वजह से वह परेशान है। हेल्प डेस्क नंबर पर कॉल किया लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो सका है।
केस 2
गोरखनाथ एरिया निवासी अमरनाथ गुप्ता के परिसर में दो किलोवॉट का कनेक्शन है। मीटर रीडर रीडिंग लेने नहीं आते हैं। विभाग में लिखित कंप्लेन की है। बिना रीडिंग लिए ही टेबल बिल बनाया जा रहा है। मीटर बदलने के लिए चार्ज भी जमा हो चुका है। मगर मीटर नहीं बदला गया। समय से बिल नहीं आने से परेशान हूं।
बिजली कंट्रोल रूम में बिजली संबंधित कंप्लेन आती हैं। इसके लिए कर्मचारी तैनात हैं। यदि वह अपनी ड्यूटी से गायब है तो गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी।
आशु कालिया, चीफ इंजीनियर
कंज्यूमर्स की सुविधा के लिए हेल्थ डेस्क खोली गई है। अभी तीन स्टाफ तैनात किए गए हैं। प्रतिदिन 100 से अधिक कंप्लेन आ रही हैं। अभी दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक सेवाएं दी जा रही हैं। सेंटर में जल्द ही और स्टाफ तैनात कर दिए जाएंगे। इसके बाद टाइम बढ़ाया जाएगा।
शैलेंद्र द्विवेदी, कलस्टर हेड क्वैश कार्प