दैनिक जागरण आइनेक्स्ट
गोरखपुर:क्रत्रह्रक्र्र्य॥क्कक्र: भैया जी की शादी है और उठाई बंदूक तड़तड़ा दी गोलियां, मैरेज हाउस के पर्दे छलनी हो गए। यह रंगबाजी अब गोरखपुर में शादियों में बिल्कुल ही नहीं देखने को मिलती है। अब तो शादियों में गन गोलियां नहीं उगलती हैं, न ही दिखाई देती हैं। अब तो बम पटाखे फोड़ कर लोग शादी का जश्न मनाते हैं। अस्त्र-शस्त्र विक्रेताओं का कहना है कि हर्ष फायरिंग पर रोक लगने के बाद अब गोलियों की बिक्री न के बराबर रह गई है। जबकि पहले लगन टाइम में दुकान पर गोलियां खरीदने के लिए शौकिनों की कतार लग जाती थी। गोलियों की शार्टेज हो जाती थी।
मिल सकती हैं 200 गोलियां
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम से बात करते हुए गणेश गन हाउस, राजेश गन हाउस, भरत आम्र्स कार्पोरेशन समेत तमाम दुकानदारों ने बताया कि गोलियों के खरीदार कम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि पहले 1 साल में केवल 25 गोलियां एक लाइसेंसधारी को देने का नियम था। इसके बाद भी खरीदारों की लाइन खत्म होने का नाम नहीं लेती थी। जबकि अब एक साल में 100 से 200 गोलियां तक लाइसेंसधारी खरीद सकता है। सरकार द्वारा क्वांटिटी बढ़ाने के बावजूद पूरे साल में 10 से 20 गोलियां खरीदने तक ही लाइसेंसधारी सीमित रह जा रहे हैं।
खोखा दो तब मिलेंगी गोलियां
अस्त्र-शस्त्र विक्रेताओं का कहना है कि नियम अब पहले से भी अधिक सख्त है। बिना खोखा वापस किए किसी भी लाइसेंसधारी को गोलियां नहीं दी जा सकती हैं। जितने खोखे देंगे उतनी ही गोलियां उन्हें प्रोवाइड कराई जाएगी। साथ ही एक लाइसेंसधारी 1 बार में 100 गोलियां खरीद सकता है।
पिस्टल, रिवॉल्वर की घटी बिक्री
अस्त्र-शस्त्र विक्रेताओं का कहना है कि गोरखपुर में नए लाइसेंस नहीं बन रहे हैं, इस वजह से भी गोलियों की बिक्री पर असर पड़ा है। इसकी वजह से पिस्टल, रिवॉल्वर, बंदूक और रायफल भी दुकान में धूल फांक रहे हैं।
हर्ष फायरिंग पर तब लगी रोक
पहले गोरखपुर में शादियों में हर्ष फायरिंग एक फैशन बन गया था। इसकी वजह से कई मौतें और जश्न के बीच काफी लोग घायल भी हुए हैं। इसको रोकने के लिए सरकार ने हर्ष फायरिंग पर ही रोक लगा दिया।
चुपके से फायरिंग करने पर भी पकड़े गए
हर्ष फायरिंग पर रोक लगने के बाद कई जगहों पर लोग चोरी चुपके शादी में फायरिंग करते नजर आए हैं। जिनके वीडियो वायरल होते ही उनका लाइसेंस कैंसिल कर मुकदमा दर्ज किया गया है।
मंडल भर से आते हैं खरीदार
जिले में गोरखपुर बस्ती मंडल के लाइसेंसधारी असलहा रिपेयर से लगाए गोलियों की खरीदारी के लिए आते हैं। इसके बाद भी यहां गोलियों की बिक्री 20 परसेंट पर सिमट गई है।
गोरखपुर में असलहा की दुकान - 20
लाइसेंसधारी को एक साल में खरीद सकता है गोली - 100-200
एक लाइसेंसधारी 1 बार में अधिकतम खरीद सकता है गोलियां - 100
गोलियों की कीमत - 100 से 150 रुपए
अब गोलियों की बिक्री है - 20 परसेंट
गोरखपुर - बस्ती मंडल में लाइसेंसी शस्त्र
गोरखपुर - 22,979
देवरिया - 13,402
कुशीनगर - 5368
महाराजगंज - 3472
बस्ती - 7485
संतकबीर नगर - 4201
सिद्धार्थनगर - 4388
हर्ष फायरिंग में कई लोगों की जान जा चुकी है। अब लोग भी अवेयर हो चुके हैं। इससे लगातार कमियां आ रही हैं। यह अच्छा है, सभी को हर्ष फायरिंग से बचना चाहिए।
कृष्णा करुणेश, डीएम