गोरखपुर : गोरखनाथ इलाके के गोरखधाम इनक्लेव निवासी मनीष झुनझुनवाला ने केस दर्ज कराया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि जून 2024 में फेसबुक मैसेंजर एवं फेसबुक खाता पर कीर्ति शर्मा नाम की आईडी से एक संदेश दोस्ती का आया। उसने अपने आपको फ्लावर मार्केट कादरी बंगलुरु, कर्नाटक का निवासी बताया और 15 दिन बाद उसने व्हाट्सएप पर संदेश भेजने के बाद कॉल किया। बताचीत के दौरान उसने कहा कि उसका एक लैडीज सैलून है। इसके साथ ही वह ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग का भी काम करता है। ट्रेडिंग और व्यापार करना है तो फिर जुड़ सकते हैं। उसकी बातों में आकर कई बार 84 लाख 18 हजार 625 रुपये लगा दिए। इसके बाद मेरे व्हाट्सएप ग्रुप को ही बंद कर जालसाजी कर ली गई।

ठग लिए साढ़े नौ लाख


कुछ इसी तरह ही कूड़ाघाट में रहने वाले तमिलनाडू के जी उतरीय राज भी ठगी के शिकार हो गए। उनके साथ ही 9 लाख 56 हजार 252 रुपये की ठगी हुई है। साइबर थाने में दर्ज कराए गए केस में उन्होंने बताया कि 13 अगस्त को इंस्ट्राग्राम पर शेयर मार्केट का एक विज्ञापन दिखा था। उसपर जाने के बाद फिर व्हाट्सएप से जोड़ लिया गया। फिर रुपये भेजने के लिए एक एकाउंट नंबर भेजा गया। शेयर के नाम पर उसमें रुपये लगाते हैं और बाद में पता चला कि ठगी हो गई।

ग्रुप से जुड़ ठगे गए


गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कार्यरत एक सहायक शिक्षक भी शेयर बाजार की ठगी में तीन लाख से अधिक रुपये गंवा दिए। वह शेयर में कभी कभार रुपये लगाते थे। उनका कहना है कि उनके पास एक संदेश आया और फिर एक ग्रुप से जुड़ गए। काफी दिनों तक उसका इस्तेमाल नहीं किए, लेकिन फिर एक दिन अचानक उस एप पर बनाए गए शेयर पर रुपये लगा दिए और सभी डूब गए। पीडि़त ने कैंट थाने में शिकायत की है।

तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर ठगी करने वाले जालसाजों की तलाश चल रही है। जल्द ही अरेस्ट कर लिए जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह त्योहार में ऑनलाइन कॉल्स आते हैं और फिर कोई अपने झांसे में लेना चाहता है कि ना आए। इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दें।
सुधीर जायसवाल, एसपी क्राइम