गोरखपुर (ब्यूरो)। मामला आईसीसी के पास था। वहीं, अब दूसरे विभाग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर का मामला सामने आने से शिक्षा के मंदिर को शर्मसार होना पड़ रहा है। 'देखो तुम मुझे खुश कर दो तो, मैैं तुम्हें डिपार्टमेंट टॉप करवा दूंगाÓ वाले रसिक मिजाज गुरु जी के वैसे पूरे दिन चर्चा का माहौल गरम रहा। वहीं इस मामले को वीसी प्रो। पूनम टंडन ने गंभीरता से लेते हुए आईसीसी को जांच के लिए मामले को सुपुर्द कर दिया है।
सख्ती से निपटने के निर्देश
स्नातक छात्रा द्वारा गोरखपुर यूनिवर्सिटी के टीचर पर लगे आरोपों से गुरु जी की मुश्किलें बढऩी शुरू हो गई हैैं। वीसी ने सख्ती से निपटने के लिए आईसीसी को मामले की जांच के निर्देश जारी कर दिए हैैं।
इस आरोप पर आईसीसी करेगी जांच
स्नातक की छात्रा का अपने ही डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए कहा है कि मैं प्रैक्टिकल फाइल की जांच कराने के लिए डिपार्टमेंट गई थी। वहां असिस्टेंट प्रोफेसर ने कहा कि मैं परीक्षा में तुम्हारी मदद कर दूंगा, जिससे तुम टॉपर बन सकती हो। जिन छात्राओं ने मुझे खुश रखा है, उनका रिजल्ट पता कर लेना तब मिलना। मैंने पहले भी कई बार कहा, मगर तुमने इन पर ध्यान नहीं दिया। ऐसा करके तुम मेरी दुश्मनी मोल ले रही हो। अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो तुम्हारा रिजल्ट और जीवन दोनों बर्बाद कर दूंगा। छात्रा और प्रोफेसर के बीच मोबाइल पर बातचीत की 29 मिनट की रिकार्डिंग भी है। इस आधार पर आईसीसी मामले की जांच करेगी। दरअसल, यह मामला 21 और 22 दिसंबर का है। हालांकि, छात्रा ने एक हफ्ते पहले गर्वनर, उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव और राज्य महिला आयोग को शिकायत दर्ज कराई है। शासन की तरफ से वीसी को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैैं।
29 मिनट की रिकॉर्डिंग
आईसीसी की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, छात्रा की शिकायत की जांच के लिए चेयरमैन की अध्यक्षता में टीम गंभीरता से जांच करेगी। जो छात्रा के आरोप हैं, उसके पास जो 29 मिनट की रिकार्डिंग है। उससे स्पष्ट हो जाएगा कि आखिरकार असिस्टेंट प्रोफेसर के अश्लील बात करने की मंशा क्या थी और किस नीयत से फोन कर छात्रा का उत्पीडऩ कर रहे थे। छात्रा के साथ हुए इस तरह के मामले की जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी खराब हो चुकी है छवि
यूनिवर्सिटी के एक सीनियर प्रोफेसर अपने ही रिसर्च स्कॉलर से अवैध संबंध बनाने की शिकायत मामले में घिरते हुए दिखाई दिए थे। लेकिन आईसीसी की तरफ से अब तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई। आरोपी प्रोफेसर की एक अन्य स्टूडेंट ने भी महिला आयोग में शिकायत की थी, जिसके बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया था,
- वहीं एक डिपार्टमेंट के एचओडी ने ही अपने शिष्या के साथ यौन शोषण के आरोपों से घिरते हुए दिखाई दिए थे। इस मामले के सामने आने के बाद प्रोफेसर साहब के खिलाफ मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा था। यूनिवर्सिटी की खूब बदनामी हुई थी।
- एक विभाग के सीनियर प्रोफेसर ने अपने शिष्या के साथ छेड़छाड़ के आरोपों में घिरे थे। किसी तरह से मामले को मैनेज करते हुए खुद के सुरक्षित किए।
छात्रा की तरफ से जो आरोप लगाए गए हैैं। उसकी जांच कांफिडेंशियल होती है। इस मामले की जांच आईसीसी करेगी। दोष सिद्ध होने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू