राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अगले दो दिन सिटी में प्रवास कर यहां की दो यूनिवर्सिटीज के कन्वोकेशन का हिस्सा बनेंगी। अपने 29 घंटे के प्रवास के दौरान गर्वनर सबसे ज्यादा समय छात्रों के बीच व्यतीत करेंगी। वे टापर्स के साथ ही कन्वोकेशन में शामिल होने वाले अन्य छात्रों को भी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रर्दशन करने के लिए प्रेरित करेंगी। दोनों यूनिवर्सिटीज में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। साज-सज्जा से लेकर प्रोग्राम का रिहर्सल और अन्य सभी व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं। इस बार डीडीयू के 43वें दीक्षांत में 55 स्टूडेंट्स को कुल 60 मेडल जबकि एमएमएमयूटी के 9वें दीक्षांत में 19 स्टूडेंट्स को कुल 42 मेडल चांसलर आनंदी बेन पटेल के हाथों मिलेगा।

सुबह 11 बजे पहुंचेंगी
दो दिन के प्रवास पर गोरखपुर आ रहीं गर्वनर आनंदीबेन पटेल गुरुवार की सुबह 11 बजे सिटी पहु़ंचेंगी। इसके बाद वे सीधा एमएमएमयूटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। दोपहर डेढ़ बजे तक चलने वाले प्रोग्राम के बाद सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगी। अगले दिन सुबह 10 बजे से आयोजित डीडीयू के दीक्षांत में शामिल होने के बाद शाम चार बजे लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगी।

थीम पर बेस्ड आयोजन
इसबार दोनों यूनिवर्सिटी में होने वाला कान्वोकेशन पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक फ्री सोसाइटी का संदेश देंगे। डीडीयू की वीसी प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि इस बार कान्वोकेशन के दौरान चांसलर आनंदीबेन पटेल कैंपस में पौधरोपण भी करेंगी। वहीं, एमएमएमयूटी के वीसी प्रो। जेपी सैनी ने बताया कि इसबार कान्वोकेशन को पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री थीम पर आयोजित किया जा रहा है।

टॉपर्स में उत्साह


रिटायर एयरफोर्स कर्मचारी की बेटी
10वीं की पढ़ाई राजस्थान स्थित केंद्रीय स्कूल से पूरी करने के बाद सिटी की सुनिधि ने 12वीं की पढ़ाई गोरखपुर के केवी से पूरी की। इसके बाद उन्होंने डीडीयू में ग्रेजुएशन के लिए दाखिला लिया। रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मचारी की बेटी ने बताया कि वह रोजाना आठ घंटे की क्लास पूरी करने के बाद घर पहुंचकर तीन से चार घंटे की पढ़ाई करती थी। अपनी लगन के बल पर उसने यूनिवर्सिटी टॉप किया। अब शुक्रवार को राज्यपाल के हांथों मेडल पाने को लेकर सुनिधि बेहद उत्साहित है।

कॉलेज की स्टूडेंट को गोल्ड
बीए की छात्रा तृप्ति सिंह ने सिटी के एक स्कूल से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद अपने गांव के पास श्री भगवान दत्त महिला कॉलेज में ग्रेजुएशन करने के लिए दाखिला लिया। बिजनेसमैन पिता की बेटी ने बताया कि कभी गोल्ड मेडल पाने का सपना नहीं देखा। हमेशा से मन में प्रोफेसर बनने का सपना ही शामिल रहा है। लेकिन लगन की बदौलत यह सम्मान मिल रहा है जिसे लेकर काफी उत्साहित हूं। उन्होंने बताया कि इस सम्मान के असल हकदार उनके पैरेंट्स और डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हैं जिन्होंने हर कदम पर पूरा सहयोग किया।

टीचर पिता की बिटिया बनेगी प्रोफेसर
एमए इंग्लिश की टॉपर अभिलाषा पांडेय के पिता गर्वमेंट स्कूल में टीचर हैं। उन्होंने बताया कि सीबीएसई स्कूल से पढऩे के बाद ग्रेजुएशन में भी काफी अच्चे माक्र्स मिले थे। प्रोफेसर बनने का लक्ष्य रखने वाली अभिलाषा ने बताया कि रेग्युलर क्लासेज के बल पर आज वे टॉपर बनी हैं। उन्होंने अपने सफर में सहयोग के लिए इंग्लिश डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। अजय शुक्ला का आभार जताया है। अभिलाषा ने बताया कि आज वे अगर इस मुकाम पर पहुंची हैं तो इसके पीछे अथक मेहनत प्रो। शुक्ला की भी है।

किसान का बेटा शिक्षा में करेगा नाम
जिले बड़हलगंज इलाके के रहने वाले अमन कुमार दुबे को एमएससी जूलॉजी में टॉप करने के लिए गोल्ड मेडल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेरे किसान पिता का सपना है कि मैं शिक्षक बनकर उनका नाम रोशन करूं। इसी सपने का फॉलो करने की यात्रा में ही आज मुझे गोल्ड मेडल मिल रहा है। अमन ने बताया कि विभाग के एचओडी प्रो। रविकांत उपाध्याय से इंस्पायर होकर निरंतर पढ़ाई में लगा रहा। आज उसका परिणाम सामने है। उन्होंने बताया कि अब आगे जेआरएफ क्वालीफाई करके टीचर बनना है।

स्कूल की स्किल से यूनिवर्सिटी में मुकाम
एमएसएसी केमेस्ट्री की टॉपर फरमीना नजर ने बताया कि उनके गर्वमेंट टीचर पिता हमेशा से उन्हें वेल एजुकेशन देने के लिए मेहनत करते रहे हैं। फरमीना ने बताया कि स्कूलिंग के दौरान उन्होंने कम्यूनिकेशन स्किल और पर्सनालिटी डेवलपमेंट सीखा था, जो आज भी काम आती है। उन्होंने बताया कि ये बेसिक चीजें सीखने के बाद अब पढ़ाई में काफी मदद मिलती है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ ही केमेस्ट्री डिपार्टमेंट के टीचर्स और एचओडी प्रो। उमेश नाथ त्रिपाठी को दिया है।