गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।साथ ही झूठी सूचना की जांच भी पुलिस सच्ची घटना की तरह ही गंभीरता से करती है। देर लगती है लेकिन हकीकत बाहर आती है। इसलिए अपने फायदे के लिए झूठी सूचना देकर पुलिस को दौड़ाने वाले शातिर ये जान लें कि ये सब करके उनका झूठ छिपने वाला नहीं है। झूठ बाहर आएगा और गलत सूचना देने वाले शख्स को शर्मसार होने के साथ सलाखों के पीछे भी जाना पड़ेगा। इधर हाल फिलहाल की घटनाएं इसका ताजा उदाहरण पेश कर रही हैं।
ये होती है प्रॉब्लम
- पुलिस की जिम्मेदारी है कि हर सूचना को गंभीरता से अटेंड करें।
- सूचना मिलने पर पुलिस की टीम जांच के लिए पहुंचती है।
- जांच में मामला फर्जी, गलत पाए जाने पर मैन पॉवर का दुरुपयोग होता है।
- पुलिस कर्मचारी भी निराश होते हैं, उनका मनोबल टूटता है।
- कार्रवाई में लापरवाही पर पुलिस की बदनामी होती है, आरोप लगते हैं।
पुलिस की पब्लिक से अपील
- किसी तरह की घटना के संबंध में सही सूचनाएं दें।
- जांच में पुलिस का सहयोग करें, गलत जानकारी देकर परेशान न करें।
- किसी भी घटना के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर बताने के बजाय सही तथ्यों से अवगत कराएं।
इन मामलों में लोग देते झूठी सूचना
- मारपीट की घटना होने, राह चलते विवाद पर लूट की सूचना।
- नशे में धुत होकर किसी के मर्डर, हमले या घटना की जानकारी।
- पुलिस को परखने, बदला लेने, मजाक या फिर गलतफहमी का शिकार होने पर।
- बच्चों के खेलने के दौरान, मोहल्ले में किसी को परेशान करने के लिए गलत सूचना।
केस 1
चार करोड़ का गोल्ड चोरी हो गया साहब
कोतवाली एरिया में एक शख्स ने 27 जनवरी को चार करोड़ के गोल्ड चोरी हो जाने की सूचना डॉयल 112 नंबर पर देकर हड़कंप मचा दिया। पुलिस के अनुसार बेनीगंज में ब्राइट लॉजिस्टिक सर्विस कोरियर कंपनी के मालिक राजन कुमार ने अपने इम्प्लाई श्रवण तिवारी को 1.50 लाख रुपए देकर झूठी सूचना पुलिस देने को कहा था। ताकि वह इंश्योरेंस क्लेम करके गोल्ड की रकम कंपनी से पा सके। इम्प्लाई श्रवण को धारा 182 में चालान कर जेल भेज दिया।
केस 2
प्रधान की हत्या हो गई
दिसंबर 2022 में सराय गुलरिहा के सूरज निषाद ने डॉयल 112 पर प्रधान के मर्डर की सूचना देकर हड़कंप मचा दिया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो ग्राम प्रधान सुमित सहानी जिंदा मिले। पुलिस के अनुसार सराय गुलरिहा निवासी सूरज ने शराब के नशे में डायल 112 पुलिस को फोन कर झूठी सूचना दी थी। पुलिस ने फोन करने वाले शराबी को हिरासत में ले लिया।
केस 3
पहले दी लूट की सूचना फिर कहा गिर गए पैसे
कोतवाली एरिया में 18 जनवरी को एक मुंशी ने झूठी लूट की सूचना देकर सनसनी मचा दी। पीपीगंज निवासी दुर्गा लाल यादव रेलवे में ठेका लेकर काम करने वाली हल्दिया नाम की फर्म में बतौर मुंशी काम करते हैं। मुंशी के अनुसार उसके पास दो लाख 67 हजार 300 रुपए थे, जिसे दो बाइक सवारों ने उनसे लूट लिए। जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा खंगाला तब मुंशी की करतूत बाहर आई। शर्मसार मुंशी ने फिर बताया कि उसके पैसे गिर गए थे, इसलिए उसने लूट की झूठी सूचना दे दी।
केस 4
मंदिर में रखा है बम
जनवरी फस्र्ट वीक में जब गोरखनाथ मंदिर में भव्य मेले की तैयारी चल रही थी। तब धर्मशाला निवासी कुर्बान अली ने गोरखनाथ मंदिर में बम की सूचना देकर हड़कंप मचा दिया। कुर्बान अली ने बताया कि चार लोग जिनके पास एक टिफिन में बम है, वो मंदिर में प्रवेश कर गए हैं। इतना सब सुनने के बाद पूरे शहर का प्रशासन मंदिर पहुंच गया। जांच में सूचना झूठी निकली। कुर्बान अली को जब पुलिस ने अरेस्ट किया तब उसने बताया कि पुलिस से बदला लेने के लिए उसने झूठी सूचना दी थी।
पुलिस को जब भी किसी घटना की सूचना मिलती है, तब फौरन पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच करती है। झूठी सूचना देकर पुलिस का समय बर्बाद करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाता है। ऐसे लोगों से पुलिस अब और सख्ती बरतेगी।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी