गोरखपुर (ब्यूरो)। जल्द ही ड्रोन से जोनवार अवैध निर्माण की निगरानी की जाएगी। जिस जोन में अवैध निर्माण पाया जाएगा वहां के अवर अभियंता एवं नोटिस सर्वर को निलंबित कर दिया जाएगा। संबंधित सहायक अभियंता को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की जाएगी। समीक्षा के दौरान दो अवर अभियंताओं का कार्य संतोषजनक न मिलने पर एक का वेतन रोका गया और एक को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई।
दोपहर में की मीटिंग
जीडीए वीसी ने दोपहर में अपने कक्ष में सचिव उदय प्रताप ङ्क्षसह, प्रभारी मुख्य अभियंता किशन ङ्क्षसह, अधिशासी अभियंता नरेन्द्र कुमार, सहायक अभियंताओं व अवर अभियंताओं के साथ अवैध निर्माण को लेकर बैठक की। उन्होंने वाद अनुभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मानचित्र समाधान दिवस को और प्रभावी बनाया जाए। अवैध निर्माण पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण को चिह्नित कर नोटिस दी जाए और आगे की कार्रवाई की जाए। हर शनिवार को वह ड्रोन के माध्यम से अवैध निर्माण की निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि जितने भी नोटिस जारी किए गए हैं, उनमें ध्वस्तीकरण का आदेश जारी कर उसका अनुपालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी अभियंता अपनी कार्यपद्धति में सुधार लाएं।
पुलिस लाइंस से होगी शहर की निगरानी
पुलिस लाइन में लगा त्रिनेत्र कैमरों के डिजिटल फीड एंव सेंट्रलाइज्ड लोकेशन। कैमरों की रख रखाव के लिए बना फंड, शहर में प्रवेश मार्गो पर लगेंगे एनपीआर कैमरे। शहर के हर चौराहे और सड़कों पर होने वाली हरकतों का पुलिस लाइंस से ही बैठे-बैठे पुलिस निगरानी कर सकेगी। इसके लिए त्रिनेत्र में लगे सभी कैमरों का डिजिटल फीड एव सेंट्रलाइज्ड लोकेशन- पुलिस लाइंस में लाया जाएगा। यह निर्णय बुधवार को पुलिस लाइन में हुई त्रिनेत्र गवर्निंग बॉडी की मीटिंग में हुआ। जिससे किसी भी व्यक्ति या गाड़ी का मूवमेंट पूरे शहर में एक ही जगह बैठ के देखा जा सकेगा।
त्रिनेत्र का खुला अकाउंट
साथ ही त्रिनेत्र सेफ्टी फंड के नाम से एक अकाउंट खुलवाया गया है। जिसे जीडीए और नगर निगम द्वारा प्रमुख उद्यमियों एवं संगठनों के सहयोग से चलाया जाएगा। इस फंड का उपयोग आने वाले समय के अनुसार नए कैमरा लगवाने एवं अन्य कैमरा संबंधी सुरक्षा उपकरण खरीदने में भी किया जाएगा। पूर्व में लगाए गए सभी कैमरा का भी वार्षिक रखरखाव इसी फंड से किया जाएगा। साथ ही शहर के प्रमुख स्थानों एवं एंट्री के रास्तों पर एएनपीआर कैमरा भी लगवाया जाएगा।