गोरखपुर: प्रदूषण की वजह से स्मांग आई फ्लू का खतरा बढऩे लगा है। कंजेक्टिवाइटिस हो रहा है, जिसके प्रभाव से आंखे लाल, खुजली होना व जलन के साथ पानी आना समस्या होती है। यह बीमारी एक दूसरे के संपर्क में आने से फैल रही है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज और निजी हॉस्पिटल की ओपीडी में 150 से 200 मरीज प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स ने सावधानी बरतने की सलाह दी है।
बीआरडी मेडिकल और निजी हॉस्पिटल में प्रतिदिन इनकी संख्या बढ़ रही है। मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में 70 से 75 परसेंट मरीजों में इस तरह की समस्या मिल रही है। इसमें सबसे ज्यादा युवा और बच्चों की संख्या 30 से 40 परसेंट हैं। वहीं, जिला अस्पताल की आई ओपीडी में 60 परसेंट मरीज में यह समस्या मिल रही है। प्रदूषण के चलते इसकी संख्या बढ़ रही है।
सता रही है एलर्जी
प्रदूषण के कारण आई फ्लू के इंफेक्शन मिल रहे हैं। साथ ही एलर्जी भी लोगों को सता रही है। आंखों में खुजली होने के बाद आंखों लाल हो रही हैं। डॉक्टर्स की सलाह दी है कि आंखों को छूने के पहले हाथों को साबुन-पानी से ठीक से धों लें। यदि कंजेक्टिवाइटिस हो जाए तो तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर्स से संपर्क करेें।
परेशानी हो तो डॉक्टर्स से करें संपर्क
-आंखों में तेज दर्द होना
-आंखों में तेज चुभन महसूस होना
-नजर धुंधली हो जाना
-प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
-आंखें अत्यधिक लाल हो जाना
बचाव के लिए उपाया
आंख को हाथ से न छूएं
-जब भी जरूरी हो अपने हाथों को धोएं
-तौलिया, तकिया, आंखों के मेकअप का सामना किसी से साझा न करें
-रुमाल, तकिए के कवर, तौलिया को रोज धोएं
ये हैं सिम्पटंस
आंखों का लाल या गुलाबी दिखाई देना
-आंखों में जलन या खुजली होना
-असामान्य रूप से अधिक आंसू निकलना
-आंखों से पानी जैसा या गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना
-आंखों में किरकिरी महसूस होना
-आंखों में सूजन आ जाना
कोट
प्रदूषण के चलते ओपीडी में आई फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसकी मुख्य वजह इंफेक्शन है। प्रदूषण के चलते बैक्टीरिया व वायरस एक्टिव हो जाते हैं। बचाव के लिए चश्मा लगाएं, हाईजीन को मेंटेन रखे ओर खुद मेडिकल स्टोर से दवा न लें। तत्काल डॉक्टर्स से संपर्क करें
डॉ। अमित मित्तल, आई एक्सपर्ट
स्मांग के चलते आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। इससे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें। समय रहते डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉ। कमलेश शर्मा, आई एक्सपर्ट