गोरखपुर। परिजनों ने गला दबाकर हत्या करने की आशंका जताई है। उधर, दो हत्या की सूचना मिलने पर एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर, एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने व्यापारी के भाई सुनील कुमार गुप्ता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। वहीं, मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं। एसपी नार्थ स्वयं थाने पर कैंप कर रहे हैं।
मां से दावत के बाद आने की बात कही
नकहा नंबर एक यादव टोला निवासी अनिल गुप्ता पुत्र मुराली गुप्ता की बरगदवां पुलिस चौकी के पास ही विंध्यवासिनी गारमेंट के नाम से दुकान है। मंगलवार की रात लगभग दस बजे के आस-पास अनिल गुप्ता ने मां इंद्रावती को फोन पर दावत के बाद घर आने की बात कही थी। रात लगभग 11.22 बजे उसकी भतीजे से बातचीत हुई और 15 मिनट में आने की बात कही थी। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया। घरवाले तलाश में थे कि बुधवार की सुबह घर से 200 मीटर पहले ही उसकी गला काटकर हत्या कर फेंकी गई लाश मिली। खून से सनी लाश देखकर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस आसपास के सीसी टीवी कैमरों की मदद से जांच कर रही है। घटना की वजह स्पष्ट नहीं है। लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। परिवार वालों ने किसी से दुश्मनी से इनकार किया है।
भाई के साथ अकेले घर पर रहता था कालीचरण
वहीं, दूसरी घटना नुरुद्दीन चक संझाई में सामने आई। यहां कालीचरण (40) की लाश मिली। उसकी गला दबाकर हत्या करने की आशंका जताई गई है। शव घर के पास ही कीचड़ से भरे तालाब में मिली है। उसके पत्नी की मौत हो चुकी है और बड़े भाई की पत्नी छोड़कर जा चुकी है। वह बड़े भाई कन्हैया के साथ अकेले ही घर पर रहता था। पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
व्यापारी की चेन, अंगूठी गायब
परिजनों का कहना है कि गारमेंट व्यापारी अनिल गुप्ता के गले में मोटी सोने की चेन, हाथ में अंगूठी थी, जो लाश पर नहीं थी। हालांकि, वह हाथ में नकली ब्रेसलैट पहनता था, जो मौके पर मिला। पुलिस की जांच में उसका मोबाइल फोन व कुछ रुपये जेब में मिले हैं। इस वजह से पुलिस लूट के एंगल पर भी काम कर रही है।
दोनों ही मामलों में पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई है। सीसी टीवी कैमरे व अन्य माध्यमों से जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।
डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी