गोरखपुर (ब्यूरो)।ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर सरकारी अस्पताल का अधीक्षक है। केस दर्ज होने के बाद से ही वह फरार है। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
शनिवार सुबह हुई मौत
एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने रविवार को पुलिस लाइंस में प्रेसवार्ता कर बताया कि चचाईराम के जितेंद्र गौड़ बाहर नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी पूजा को शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन ने उरुवां-गोला मार्ग पर केबी मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां ऑपरेशन के बाद शनिवार की सुबह पूजा की मृत्यु हो गई। इस मामले में पूजा के ससुर ने हॉस्पिटल संचालक गोला के मटहरिया निवासी संजय तिवारी व ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मनीष पांडेय व अज्ञात सहयोगियों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कराया है। रविवार की सुबह पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक को अरेस्ट कर लिया। ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मनीष की तलाश चल रही है। छानबीन में पता चला कि उनकी तैनाती स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में है। सीएमओ को इसकी जानकारी दी गई है।
रास्ता जाम करने पर हरकत में आई पुलिस
प्रसूता की मृत्यु होने के बाद दोपहर दो बजे शव लेकर स्वजन नर्सिंग होम पहुंचे। संचालक व डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कोई कार्रवाई न होने पर सड़क पर शव रख जाम लगा दिया। पुलिस ने पीडि़त परिवार व रिश्तेदारों पर लाठी चार्ज कर सड़क खाली कराया था। रात में एसएसपी के निर्देश पर आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज किया।
सीएचसी अधीक्षक है आरोपित डॉक्टर
केबी मेमोरियल हॉस्पिटल उरुवा में महिला का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर डॉ। मनीष पांडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरनही में बतौर अधीक्षक नियुक्त हैं। अवैध रूप से चल रहे हॉस्पिटल में वह प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे।
पांच अस्पताल व लैब रजिस्टर्ड
उरुवा कस्बे में दो, ढेबरा में एक, माल्हनपार में दो अस्पताल अल्ट्रासाउंड सेंटर व लैब रजिस्टर्ड हैं। इनके अलावा धुरियापार, उरुवा, ढेबरा, कुई बाजार, माल्हनपार क्षेत्र में कई हॉस्पिटल हैं जो बिना लाइसेंस संचालित हो रहे हैं। शनिवार को केबी मेमोरियल हॉस्पिटल में हुई घटना के बाद सभी संचालकों ने अपने सेंटर पर ताला लगा दिया।