चौकी प्रभारी की तहरीर

कस्बा चौकी प्रभारी रविन्द्रनाथ चौबे ने तहरीर में लिखा है कि बुधवार की शाम सूचना मिली कि नगर पंचायत के वार्ड संख्या दो बड़ावन लमोहिया में रहने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस की सस्पेंड सिपाही ङ्क्षपकी सोनकर के घर कुछ लोग चार पहिया वाहन से पहुंचे हैं। सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को यह लोग पास कराने का झांसा देकर रुपये वसूल रहे हैं।

मौके पर पुलिस टीम


जानकारी होने पर पुलिस टीम ङ्क्षपकी के घर पहुंची तो उसके दरवाजे पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखी इनोवा गाड़ी खड़ी थी जिस पर लखनऊ की नंबर प्लेट लगी थी। घर के अंदर एक व्यक्ति कुछ अभ्यर्थियों से बात कर रहा था। पुलिस को देख अभ्यर्थी भाग निकले।

संदेह में अरेस्ट

संदेह के आधार पर ङ्क्षपकी सोनकर व इनोवा गाड़ी से आए दक्षिणी दिल्ली के संगम बिहार में रहने वाले देवेंद्र प्रताप ङ्क्षसह को हिरासत लिया गया। गाड़ी चालक व साथ में आए निजी सुरक्षाकर्मी को भी थाने लाया गया। पूछताछ व जांच में पता चला कि ङ्क्षपकी व देवेंद्र ने सिपाही भर्ती परीक्षा पास कराने के नाम पर कई अभ्यर्थियों से नकदी व खाते में रुपये लिए हैं। इसको लेकर दोनों के बीच वाट््सएप पर चैङ्क्षटग हुई है। मोबाइल फोन में कई अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र व अंकपत्र की छाया प्रति भी मिली।

शुक्रवार की सुबह आरोपितों को एसीजेएम कोर्ट बांसगांव में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी

फेसबुक पर पहचान
श्रावस्ती जिले में तैनात महिला सिपाही ङ्क्षपकी सोनकर को गैरहाजिर होने पर सस्पेंड किया गया था। आरोपित सिपाही का पति भी आरपीएफ में जवान है। पूछताछ में महिला सिपाही ने बताया कि फेसबुक पर उसकी दोस्ती देवेंद्र प्रताप ङ्क्षसह से हुई थी। वह खुद को राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच का राष्ट्रीय महासचिव बताता है। देवेंद्र ने बताया कि गोरखपुर आने के लिए उसने लखनऊ में किराए पर इनोवा गाड़ी व निजी सुरक्षाकर्मी को लिया था। शासन व भर्ती बोर्ड में सेङ्क्षटग होने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से रुपये लिए थे। उनको बताया गया था पांच लाख देने पर परीक्षा पास करा देगा।