गोरखपुर: इसका असर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को सिटी के डीएवी पीजी कॉलेज से छात्र संजीव चौबे के पास एक कॉल आई। काल करने वाली काउंसलर ने उन्हें कॉमर्स में दाखिला दिलाने का ऑफर दे रही हैं। संजीव ने बताया कि ऑफर के तहत काउंसलर उन्हें एडमिशन लेने के बाद कॉलेज न आने की सुविधा देने के साथ ही एग्जाम के दौरान भी हर संभव मदद देने का वादा कर रही थीं। हालांकि इसके बाद भी संजीव ने एडमिशन लेने से मना कर दिया। कॉमर्स कोर्स वाले सिटी के सभी कॉलेजों से रोजाना स्टूडेंट्स के पास ऐसी ही कॉल पहुंच रही है। लेकिन छात्र एडमिशन लेने को तैयार नहीं हैं।
कॉलेजों में तैनात किए गए हैं काउंसलर
कॉमर्स फैकल्टी के तहत बीकाम कोर्स का संचालन करने वाले कॉलेजों ने छात्रों की घटती रूचि व एडमिशन न लेने के चलते उन्हें मोटिवेट करने के लिए अपने कॉलेजों में काउंसलर की तैनाती की है। प्राइवेट कॉलेजों की तर्ज पर तैनात ये काउंसलर कॉमर्सकोर्स में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को प्रेरित कर रही हैं। वहीं, कॉलेज पहुंचने पर बकायदा इन्हें कई टीचर्स के सेशन में शामिल कर एडमिशन के लिए मोटिवेट किया जाता है।
हजारों रुपये फीस फिर भी नहीं मिल रही नौकरी
कॉमर्स फैकल्टी में बीकाम की पढ़ाई के लिए सिटी के विभिन्न कॉलेज अपनी लोकेशन के मुताबिक 12 हजार से लेकर 22 हजार तक की फीस चार्ज कर रहे हैं। जो स्टूडेंट इसमें एडमिशन करा ले रहे हैं उन्हें, कोर्स पूरा होने के बाद नौकरी की तलाश में भटकना पड़ रहा है। ऐसे में छात्र कॉमर्स के कोर्स में एडमिशन लेने की बजाय अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज जैसे बीएससी नर्सिंग, बी-फार्मा, फाइन आर्ट्स व बीटेक जैसे कोर्सेज में दाखिला ले रहे हैं।
सिटी में कॉमर्स के कॉलेज
कॉलेज सीट
- दिग्विजय नाथ पीजी कॉलेज 258
- सेंट एण्ड्रयूज पीजी कॉलेज 198
- मारवाड़ बिजनेस स्कूल 198
- डीएवी डिग्री कॉलेज 198
- चंद्रकांतिरमा देवी पीजी कॉलेज 198
- इस्लामिया कॉलेज 198
- मधुसूदन दास पीजी कॉलेज 198
- महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज जंगल धूषण 198
- वंशराज जयश्री पीजी कॉलेज मोतीराम 198
- इंदिरा गांधी पीजी कॉलेज 198
- केवला सुंदर महाविद्यालय नौसढ़ 198
- बुद्धा डिग्री कॉलेज गीडा 198
- केआईपीएम- नोट इस सत्र से कॉलेज ने नए एडमिशन पर रोक लगा दी है।