गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दौरान सबस्टेशन एरियाज में लोगों को आंशिक कटौती का भी सामना करना पड़ सकता है।
2450 ट्रांसफॉर्मर क्रियाशील
महानगर में दो लाख से अधिक कंज्यूमर्स हैं। इन कंज्यूमर्स को चार खंडों से संचालित 25 से अधिक सबस्टेशनों से सप्लाई दी जाती है। इसमें काफी लंबी लाइन है और 2450 ट्रांसफॉर्मर क्रियाशील है। कहीं लाइनें पेड़ में उलझी हैं तो कहीं तार व अन्य उपकरण जर्जर हैं। जिससे आए दिन फॉल्ट और बिजली कटौती से परेशान होना पड़ता है। कंज्यूमर्स को इससे निजात मिले, इसके लिए पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार की पहल पर विभाग 1 फरवरी से 29 फरवरी तक अनुरक्षण माह मनाएगा।
बदले जाएंगे खंभे
इस एक माह के दौरान लाइनों को प्रभावित करने वाले पेड़ों की छटाई, ट्रांसफार्मरों के आसपास साफ-सफाई, टेढे व टूटे खंभे व जंपर, खराब इंसुलेटर, लाइन कंडक्टर आदि बदले जाने का काम अभियान चलाकर किया जाएगा। शहर समेत सभी वितरण खंडों में सबस्टेशन एरिया में 11 केवीए फीडर की ट्रिपिंग की भी समीक्षा की जाएगी।
इनका होगा सर्वे
एसई ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह ने चारों वितरण खंडों के एक्सईएन और एसडीओ को निर्देश दिए हैं कि अनुरक्षण माह के दौरान पॉवर ट्रांसफॉर्मरों, कंट्रोल रूम, स्विच यार्ड, साथ ही वितरण ट्रांसफॉर्मरों का शतप्रतिशत सर्वे कराकर मेनटेनेंस कार्य कराए जाए। अनुरक्षण कार्य के लिए शटडाउन नियम के अनुसार लिए जाएंगे ताकि सप्लाई पूरी तरह से प्रभावित ना हो सके।
डिविजन ट्रांसफॉर्मरों की संख्या
प्रथम 954
सेकेंड 789
थर्ड 258
फोर्थ 449
कुल योग 2450
किए जाएंगे ये कार्य -
- विद्युत लाइनों की मरम्मत, पेड़ की टहनियों की कटाई व छटाई कार्य।
- ट्रांसफॉर्मरों की जांच व परीक्षण ताकि क्षतिग्रस्त की स्थिति उत्पन्न न हो
एचटी व एलटी लाइनों की मरम्मत।
- फीडर की क्रियाशीलता और उनके कनेक्शनों की जांच।
- सबस्टेशनों व पावर ट्रांसफॉर्मरों का निरीक्षण व जांच।
- वितरण निगम के तहत 20 सबस्टेशनों की जांच
बिजली निगम ने तैनात किए अफसर
अनुरक्षण माह के तहत बिजली निगम की ओर से अफसरों की तैनाती की गई है इसमें तकनीकी अधिकारी, एसई, एक्सईएन, एसडीओ और जेई दो वितरण क्षेत्रों का भ्रमण कर न्यूनतम तीन-तीन सबस्टेशनों का निरीक्षण करेंगे। इसके लिए उन्हें वितरण क्षेत्र आवंटित की दी गई है।