गोरखपुर : नगर क्षेत्र के 181 घाटों और जलाशयों पर छठ की पूजा-अर्चना होगी। साथ ही 136 छठी मईया की प्रतिमाओं की स्थापना हुई है। उत्तरी क्षेत्र में 427 घाटों व जलाशयों पर पूजा होगी और 56 प्रतिमाएं स्थापित की गई। वहीं दक्षिणी क्षेत्र में 537 घाटों व जलाशयों पर पूजा-अर्चना के साथ ही 42 प्रतिमाओं की स्थापना की गई है। एसएसपी ने सभी नोडल अधिकारी थाना प्रभारी को अपने क्षेत्र पडऩे वाले छठ घाटों व स्थापित प्रतिमाओं का भौतिक सत्यापन, नदियों-तालाबों के किनारे स्थित घाटों पर बैरिकेङ्क्षडग के साथ पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था, घाटों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व गोताखोरों की तैनाती, घाटों पर आने-जाने के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाने, महिला सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त महिला पुलिसकर्मी को तैनात करने का निर्देश दिया है। घाटों व पूजा स्थलों की ड्रोन से निगरानी करने, छठ पूजा के दौरान स्थापित होने वाली प्रतिमाओं के विसर्जन स्थल और उनके शोभायात्रा के मार्ग का निरीक्षण करके समुचित सुरक्षा प्रबंध करने के साथ यातायात डायवर्जन के संबंध में निर्देश दिए।

ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी


एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि सबसे अधिक श्रद्धालु राजघाट में राप्ती नदी के गुरु गोरखनाथ घाट पर पहुंचेंगे। यहां 16 हजार से अधिक लोगों के पूजा करने के अनुमान हैं। एम्स क्षेत्र में सर्वाधिक पूजा स्थल हैं, जबकि सबसे कम कोतवाली क्षेत्र में महज दो पूजा स्थल हैं। सुरक्षा के लिए छह एसपी, 13 सीओ सहित सभी थानों के थानेदार, दारोगा और अन्य पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। ड्रोन कैमरे से राजघाट स्थित छठ घाट की निगरानी होगी। कमियों को पूरा करने के लिए वहां मौजूद नगर निगम समेत अन्य कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है।