गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके अंतर्गत स्कूलों को 30 जून तक विभिन्न एक्टिविटीज आयोजित करने को कहा गया है। इसमें शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। सीबीएसई का इस तरह के प्रोग्राम आयोजित करने का उद्देश्य स्टूडेंट्स को नेशनल सब्जेक्ट्स को लेकर एजुकेट करना है। ये सेशन 2024-25 की पहली अभिव्यक्ति श्रृंखला है।
ये होंगे सब्जेक्ट
सीबीएसई ने इस श्रृंखला के लिए तीसरी से पांचवीं, छठवीं से आठवीं, नौंवीं से 10वीं और 11वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए चार कैटेगरी बनाई हैं।
पहली कैटेगरी
पहली कैटेगरी में स्टूडेंट्स को 'मेरे गांव व शहर में मेले के अनुभवों व 'जब मैं खेलता हूं चीजें सीखता हूं सब्जेक्ट पर पैराग्राफ लिखना होगा या पेंटिंग बनानी होगी।
दूसरी कैटेगरी
दूसरी कैटेगरी में 'परीक्षा को तनाव रहित बनाने के संबंध में विचार, 'मैंने अपनी कक्षा में 2 पाठ सीखें जिनसे मुझे अपने दैनिक जीवन में मदद मिली सब्जेक्ट पर निबंध, पेंटिंग व कविता लिखनी होगी।
तीसरी कैटेगरी
तीसरी कैटेगरी के अंतर्गत 'कोई राष्ट्र भी विकसित हो सकता है जब सभी शिक्षित हों, 'पर्यावरण को बचाने के लिए मेरा सुझाव है सब्जेक्ट पर निबंध, पेंटिंग व कविता लिखनी होगी।
चौथी कैटेगरी
लास्ट कैटेगरी में 'आधुनिक विश्व को एकजुट करने वाली शक्ति के रूप में संस्कृति, मेरे लिए समग्र शिक्षा का मतलब है सब्जेक्ट पर निबंध, पेंटिंग या कविता को लिखनी होगी।
एप से भेजी जाएगी इंट्रीज
अभिव्यक्ति श्रृंखला प्रोग्राम संपन्न होने के बाद स्कूलों को एक जुलाई से 10 जुलाई तक सीबीएसई एक्सप्रेशन सीरीज एप के माध्यम से एंट्री भेजनी होगी। इस कॉम्पटिशन में भाग लेने वाले सभी कैंडिडेट्स को बोर्ड की ओर से ऑनलाइन सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।
स्टूडेंट्स में विकसित भारत की सोच को डेवलप करने के लिए सीबीएसई ने जो कवायद शुरू की है वह अच्छी है, निर्देश का पूरी तरह से पालन कराया जाएगा।
अजय शाही, चेयरमैन आरपीएम समूह
नेशलन एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत जो भी प्रोग्राम आ रहे हैं, उससे बच्चों में सोचने की शक्ति विकसित होगी, इस प्रोग्राम को भी कराया जाएगा।
सलील के श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, जेपी एजुकेशन एकेडमी
सीबीएसई की ओर से जो भी निर्देश दिए गए हैं उन्हें पूरी तरह से लागू कराया जाएगा, स्कूल में तय समय पर इस प्रोग्राम को करा लिया जाएगा।
उषा बरतिया, प्रिंसिपल पिलर्स स्कूल
सीबीएसई की कवायद देश और स्टूडेंट्स की हित में हैं। नेशलन एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत जितने भी प्रोग्राम हो रहे हैं वह बच्चों को देश से जोड़ेने वाली है।
रश्मि श्रीवास्तव, प्रिंसिपल सरस्वती बालिका विद्यालय