गोरखपुर (ब्यूरो)। साथ ही बोर्ड ने चेतावानी देते हुए यह भी बताया है कि अफवाह फैलाने वाले स्टूडेंट्स पर आईपीसी और आईटी एक्ट में कार्रवाई कराई होगी।
बोर्ड ने बंद कराई 30 फर्जी वेबसाइट
सीबीएसई से मिलती जुलती 30 वेबसाइट रन कर रही थी। सीबीएसई ने सभी 30 वेबसाइट की लिस्ट जारी कर स्टूडेंट्स का भ्रम खत्म किया है। स्टूडेंट्स को सलाह दी है कि वह सभी 30 वेबसाइट की सूचना पर विश्वास न कर बोर्ड की वेबसाइट सर्च कर असलीयत जानें।
इस तरह फैलाते हैं अफवाह
बोर्ड ने बताया है कि कुछ असामाजिक तत्व बोर्ड एग्जाम मिलने का दावा करते हैं। उसे यूट्यूब, फेसबुक, टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया पर वायरल कर भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं। साथ ही नमूना क्वेश्चन पेपर का फर्जी लिंक जारी कर दावा करते हैं कि यहीं से सवाल पूछे जाएंगे।
पेपर के बदले मांगते पैसे
बोर्ड ने बताया है कि शरारती व्यक्तियों की ओर से नकली तस्वीरें और वीडियो प्रसारित कर ये भी दावा किया जाता है कि उनके पास बोर्ड एग्जाम के क्वेश्चन पेपर अवेलबल हैं। जिसे पैसे देने पर अवेलबल कराया जा सकता है। ऐसे व्यक्ति भोले-भाले स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को ठगने के इरादे से ऐसा करते हैं।
अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर होगी कार्रवाई
बोर्ड ने सख्त लहजे में बताया है कि फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाने वालोंं की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड इसको लेकर सतर्क है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी गतिविधियों में लिप्त वेबसाइट और लोगों की पहचान कराई जा रही है।
बोर्ड एग्जाम के समय खास तौर से स्टूडेंट को बहुत अलर्ट रहने की जरूरत है। स्टूडेंट अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाएं। एग्जाम या उससे संबंधित जानकारी स्कूल के माध्यम से उन्हें शेयर की जाएगी। इसके अलावा किसी भी वेबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आई सूचना को स्टूडेंट इग्नोर करें।
- अजय शाही, अध्यक्ष, गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन