गोरखपुर (ब्यूरो)।जब शिकायत पर डीआईओएस दफ्तर से शिक्षा विभाग की टीम यहां पहुंची तो उन्हें भी अंदर घुसने नहीं दिया, आधे घंटे गेट पर खड़ा कर दिया। फिलहाल अधिकारियों तक बात पहुंचने पर स्कूल प्रबंधन बैकफुट पर आ गया। अपनी गलती का अहसास होते ही स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में ही लेटर जारी कर डीएम को स्कूल खोलने का कारण बताया और अप्रत्यक्ष रूप से माफी मांग ली।
स्कूल में चला ड्रामा
मंगलवार को द पिलर्स स्कूल और उसकी सिक्टौर स्थित ब्रांच के खुले की होने की सूचना तेजी से वायरल हुई। इसके बाद डीआईओएस दफ्तर से शिक्षा विभाग की टीम यहां पहुंची। स्कूल गेट पर अपना परिचय बताने के बाद भी टीम को अंदर घुसने नहीं दिया गया। इसके बाद टीम पिछले गेट से स्कूल के अंदर दाखिल हुई। अंदर जाने पर डे्रस में बच्चे भी दिखे। टीम ने जब प्रिंसिपल से मिलने के लिए कहा तो उन्हें इधर उधर घुमाकर फीस काउंटर पर भेज दिया गया। काफी देर तक टीम यहां परेशान रही।
चेतावनी पर दी लिखित सफाई
इसके बाद टीम ने स्कूल प्रिंसिपल को चेतावनी भी दी। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में एक पन्ने का लेटर जारी किया। द पिलर्स स्कूल, सिविल लाइन की प्रिंसिपल उषा बरतरिया ने कहा, 10वीं व 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम चल रहे थे, मंगलवार को लास्ट पेपर था। सुबह 8.20 से दोपहर 12 बजे तक बच्चे एग्जाम देकर चले गए। इसकी सूचना अधिकारियों को भी दे दी गई है।
सिविल लाइंस स्थित द पिलर्स स्कूल में पहुंची टीम का स्कूल प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया, लेकिन कुछ देर बाद स्कूल प्रबंधन की तरफ से डीआईओएस आफिस में आकर परीक्षा कराए जाने की बात कहते हुए स्कूल को डीआईओएस के व्हॉटसअप ग्रुप में जोडऩे की रिक्वेस्ट की और इस अवहेलना पर माफी मांगी। स्कूल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
ज्ञानेन्द्र प्रताप ंिसंह भदौरिया, डीआईओएस
ठंड को देखते हुए 12वीं क्लास तक के सभी स्कूल 7 जनवरी तक बंद करने के आदेश दिए गए हैैं। सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के लिए डीआईओएस और बीएसए के माध्यम से आदेश भी जारी किया जा चुका है। अगर कोई आदेश का पालन नहीं करता है तो प्रबंधक के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर