गोरखपुर (ब्यूरो)। इसी दौरान उनकी तबियत अचानक बिगड़ गयी। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकं के द्वारा मृतक घोषित कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रामनयन विश्वकर्मा गगहा में रह कर प्राइवेट बस चलाता था। उनकी पत्नी पुनीता देवी ने बताया दस दिन पहले ही वह गगहा बस चलाने गये थे। रविवार के दिन हमारी उनसे बात हुई थी। उन्हें कोई दिक्कत नहीं था। पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक का एक दस वर्षीय पुत्र आदर्श है। देर शाम को शव पैतृक आवास पर पंहुचा जिसके बाद दाह-संस्कार कर दिया गया।
15 लाख मिलेगा मुआवजा
विश्वविद्यालय पर मौजूद ड्राइवरों की मुआवजे की मांग को प्रशासनिक अमला के द्वारा मान लिया गया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मृतक के परिवार को 10 दिन के भीतर 15 लाख का मुआवजा दे दिया जाएगा।
गोला थाना क्षेत्र के ग्राम सभा देवारी बारी के अन्तर्गत भैसाव गांव निवासी रामनयन विश्वकर्मा 42 वर्ष पुत्र हनुमान चुनाव ड्यूटी में बस लेकर गोरखपुर विश्वविद्यालय पर पोलिंग पार्टी को मतदान केंद्र तक ले जाने के लिए मौजूद था। वहीं उनकी तबियत अचानक बिगड़ गयी। आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सको के द्वारा मृतक घोषित कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक रामनयन विश्वकर्मा गगहा में रह कर प्राइवेट बस चलाता था। उनकी पत्नी पुनीता देवी ने बताया दस दिन पहले ही वह गगहा बस चलाने गये थे। रविवार के दिन हमारी उनसे बात हुई थी। उन्हें कोई दिक्कत नहीं था। पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक का एक दस वर्षीय पुत्र आदर्श है। देर शाम को शव पैतृक आवास पर पंहुचा जिसके बाद दाह-संस्कार कर दिया गया।