गोरखपुर(ब्यूरो) : शाम पांच बजे से लेकर रात नौ बजे तक सिटी के लगभग सभी मोहल्लों का हाल यह रहता है कि स्टेशन और एयरपोर्ट जाने वाले पैसेंजर्स एक से डेढ़ घंटे का एक्स्ट्रा टाइम लेकर घर से निकलते हैं ताकि उनकी ट्रेन या फ्लाइट न मिस हो जाए। ऐसे में लोगों का केवल एक ही सवाल रहता है कि आखिर हमारी सड़क कब खाली होगी?

सबसे ज्यादा सब्जी व फास्टफूड के ठेले


सिटी के विभिन्न वार्डों की स्थिति यह है कि यहां शाम के वक्त सड़कें पूरी तरह से सब्जी व फास्टफूड बेंचने वालों के कब्जे में आ जाती हैं। ऐसे में गाड़ी तो छोडिय़े अपने काम के लिए घर से बाहर निकलने वाली आम पब्लिक पैदल भी नहीं चल पाती है। वहीं, जब पुलिस इन्हें हटाने के लिए सड़क पर उतरती है तो कुछ मिनट के लिए वे तितर-बितर जरूर होते हैं लेकिन कुछ ही देर में हालात फिर वैसे ही हो जाते हैं। वहीं, अगर कोई पुलिसकर्मी सख्ती दिखाने की कोशिश करता है तो ये पटरी व्यापारी उनके खिलाफ प्रर्दशन करने से भी नहीं हिचकते।

तो करने लगते हैं मारपीट


सड़क जाम करने में केवल ठेले-खोमचे वाले ही नहीं बल्कि यहां आने वाले खरीददार भी बराबर के जिम्मेदार हैं। एक तो वे बीच सड़क पर गाड़ी खड़ी कर जाम लगाते हैं ऊपर से अगर कोई गाड़ी उनकी गाड़ी से टच हो जाती है तो वे मारपीट तक पर अमादा हो जाते हैं। हालात यह है कि सड़क पर ठेले लगने की वजह से कस्टमर रोड के बीच वाली जगह को पार्किंग प्लेस मान लेते हैं। चूंकि यह दिन ब दिन लोगों की आदत में शुमार होता जा रहा है इसके चलते पुलिस भी असहाय होती नजर आ रही है।

अलीनगर में सड़क पर दुकानें


सिटी के अलीनगर चौराहे पर सड़क के दोनों ओर दुकानें लगती हैं। यहां रोजाना जाम की स्थिति बनी रहती है। लेकिन कभी भी नगर निगम की टीम जाम खाली कराने के लिए नहीं आती।

भगत चौराहे पर सब्जी वालों का कब्जा


सिटी के तारामंडल इलाके भगत चौराहे पर सब्जी वालों का कब्जा रहता है। यहां शाम होते ही पूरी तरह से रोड ब्लाक हो जाती है। जिन्हें सर्विस लेन से घर जाना होता है वे अपने वाहन हाइवे पर खड़ा करके घर जाते हैं।

रूस्तमपुर में सड़क पर दुकान


रूस्तमपुर चौहारे से चंद कदम दूर आजाद चौक की ओर सड़क पर दुकानदार अपनी दुकान का विस्तार कर देते हैं। ऐसे में मार्केट के रास्ते गुजरने वाले लोग घंटों जाम से जूझते नजर आते हैं। कहीं जाना हो तो यहां के लोग एक घंटे से ज्यादा का एक्स्ट्रा समय लेकर घर से निकलते हैं।

खोवामंडी गली में वाहनों का कब्जा


सिटी के खोवामंडी गली में व्यवसायिक वाहनों का आतंक इस तरह है कि व्यवसायिक वाहन माल उतारने के लिए सड़क पर ही पार्क होते हैं। जबकि यह मार्ग विजय चौराहे से गोलघर का लिंक मार्ग है। ऐसे में जो लोग शार्टकट के चक्कर में इस रास्ते का चुनाव करते हैं वे जाम के झाम में फंस जाते हैं।


शायद ही कोई ऐसा दिन बचता हो जब मेरे मोहल्ले में जाम न लगता हो। शाम होते ही पूरी सड़क ठेले वालों और अवैध पर्किंग करने वालों से भर जाती है। इसको लेकर जिम्मेदारों को कदम उठाना चाहिए।
- शिशर, तारामंडल

मैंने तो जाम की वजह से अपना रास्ता ही बदल दिया है। शाम के वक्त मार्केट से गुजरने में ही आधे से एक घंटा तक निकल जाता है। ऐसे में अगर स्टेशन जाना हो तो एक से डेढ़ घंटे एक्स्ट्रा लेकर निकलना पड़ता है।
- राहुल, रूस्तमपुर

जाम की हालत यह है कि यहां सड़क से गुजरने तक के लिए सोचना पड़ता है। शाम होते ही पूरी सड़क पर अवैध कब्जा हो जाता है। बाजारों की हालत यह है कि पुलिस भी इन ठेलेवालों और अवैध पार्किंग वालों के सामने बेबस नजर आती है।
समीर, अलीनगर