गोरखपुर (ब्यूरो)। लेकिन गोरखपुर में आज भी इन प्रतिबंधित डॉग्स की इंपोर्ट और बिक्री का दंभ भर रहे हैं। इस बात का खुलासा हुआ है डीजे आईनेक्स्ट के स्टिंग ऑपरेशन में
रिपोर्टर और कैमरा पर्सन ने किए पेटशॉप पर विजिट
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने अपने कैमरा पर्सन के साथ मेडिकल कॉलेज रोड, पादरी बाजार रोड समेत राजेंद्रनगर और कुड़ाघाट रोड पर जितने भी पेट शॉप हैैं, उन जगहों पर कस्टमर बनकर उनसे प्रतिबंधित कुत्तों के ब्रीडिंग और खरीदने के लिए प्राइस जाना तो कुछ ने प्रतिबंधित ब्रीड वाले कुत्तों को आसानी से मिलने की बात कहें तो वहीं कुछ ने सीधे मना कर दिया। लेकिन सवाल इस बात का है कि केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदार अफसर इस मुुद्दे पर अब तक किसी प्रकार का आदेश और मातहतों को निर्देश तक भी जारी नहीं किए हैैं। बल्कि यूपी के दूसरे जिले लखनऊ, वाराणसी समेत अन्य जिले में नगर निगम के जिम्मेदारों ने प्रतिबंधित कुत्तों के ब्रीडिंग और बधिया करने तक के गाइडलाइन जारी कर दिए हैैं। नगर निगम के करीब 400 रजिस्टर्ड कुत्ते हैैं, लेकिन इससे ज्यादा गोरखपुर जिले में लोग अपने-अपने घरों में खूंखार कुत्तों को पाल रखे हैैं, जो आज तक नगर निगम में रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके और ना ही नगर निगम की टीम इस तरह के लोगों से अब तक रजिस्ट्रेशन ही करवा पाई है।
इंडिया में डॉग्स की आबादी
रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया में साल 2023 तक 3 करोड़ 10 लाख के आसपास पालतू कुत्तों की संख्या है। गौरतलब है कि भारत में कुत्ते सबसे आम पालतू जानवर हैैं।
रिपोर्टर और पेट शॉप कीपर से बातचीत के कुछ अंश .
स्पॉट -धर्मपुर, मेडिकल कालेज रोड
पेट शॉप का नाम - शाह पेटशॉप
रिपोर्टर- आपके पास कौन कौन से ब्रीड एवेलेबल हैं?
शॉपकीपर- ज्यादातर सभी ब्रीड उपलब्ध हैं और जो नहीं होगा, वह भी मंगा दिया जाएगा।
रिपोर्टर- रॉटवीलर मिल जाएगा क्या?
शॅापकीपर- हां मिल जाएगा। मेल और फीमेल दोनों ही अवेलेबल हैं।
रिपोर्टर- कीमत क्या है?
शॉपकीपर- वही 15-20 हजार के करीब।
रिपोर्टर- ओके, फोटो है आपके पास?
शॉपकीपर- हां, वीडियो और फोटो दोनों है, देख लीजिए एडवांस कर दीजिए शाम तक आपको दिलवा देंगे।
स्पॉट - गीतावाटिका
पेट शॉप का नाम - वॉव पेटशॉप
रिपोर्टर- मुझे डॉग चाहिए। आपके पास पीटबुल है क्या?
शॉपकीपर- हां, मिल जाएगा सारे ब्रीड।
रिपोर्टर- क्या वह डॉग केनल का है या लोकल ब्रीडर?
शॅापकीपर- केनल ब्रीड नहीं है। लोकल ब्रीड वाली है, लेकिन बहुत ही अच्छी ब्रीड का डॉग है।
रिपोर्टर- ओके क्या रेट होगा मेल डॉग का?
शॉपकीपर- 18-20 हजार रुपए
रिपोर्टर- ओके, आप मेरे व्हाट्सअप पर डॉग की वीडियो शेयर कर दोगे।
शोपकीपर- हां, आपको शेयर कर देता हूं। आप वीडियो देख लो और मुझे कुछ एडवांस ऑनलाइन भेज देना और बचे पैसे आप डॉग की डिलेवरी लेने आना तब दे देना।
रिपोर्टर- अच्छा। ठीक है।
इन ब्रीड्स पर लगा है बैन
- रॉट विरल
- टोसा इनू
- फिला ब्राजीलेरियो
- सेंट्रल एशियन शफर्ड डॉग
- अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टैरियर
- डोगो अजेंटीनों
- अमेरिकन बुलडॉग
- काकेशियन शेफर्ड डॉग
- अक्चाश
- टेरियर्स
- कैगल
- बोजबोएल
- रोडेशियन रिजबैक
- तोरनजैक सरप्लैनिनाक
- साउथ रशियन शेफर्ड डॉग
- वोल्फ डॉग
- मॉस्को गार्ड
- केन कोसों
- जैपनीज टोसा और अकीता
- मिस्टफ
- कैनेरियों
- बैन डॉग
- पिटबुल टैरियर
ब्रीडिंग और बिक्री पर पूरी तरह से रोक है। अगर इसके बाद भी प्रतिबंधित डॉग्स की इंपोर्ट और बिक्री करने वाले दुकानदारों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त