गोरखपुर: गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने शासकीय अवस्थापना निधि से इस ब्रिज को बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। 17.2 करोड़ की लागत से 112 मीटर लंबे ब्रिज के निर्माण की शासन से मंजूरी मिलने के साथ उसे कार्ययोजना में शामिल कर लिया गया है।

राह होगी आसान


ब्रिज बनने से रामगढ़ताल से सटी कॉलोनी और रामगढ़ताल-नौकायन मार्ग से आने वाले करीब ढाई लाख लोगों के देवरिया बाईपास और पैडलेगंज पहुंचने का रास्ता आसान हो जाएगा। वर्तमान में लोगों को देवरिया बाईपास तक जाने के लिए नौकायन से जीएसटी कार्यालय और बौद्ध संग्रहालय होकर जाने की विवशता रहती है। इसी प्रकार पैडलेगंज जाने के लिए लोगों को नौकायन होकर ही जाना पड़ता है। ओरवब्रिज बनने से लोग वसुंधरा एंक्लेव फेज तीन के पास से वाटर बॉडी के ऊपर से सीधे गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे पहुंच कर पैडलेगंज की तरफ चले जाएंगे।

टू लेन का ओवरब्रिज


जीडीए द्वारा तैयार मसौदा के मुताबिक गंभीरनाथ प्रेक्षागृह के पीछे स्थित वाटर बॉडी पर बनने वाले ब्रिज की लम्बाई लगभग 112 मीटर होगी। टू लेन ब्रिज के निर्माण का डीपीआर सेतु निगम के द्वारा तैयार कराया गया है। डीपीआर में 15.18 करोड़ रुपया ब्रिज के निर्माण में व 1.89 करोड़ रुपये संपर्क मार्ग के निर्माण में खर्च किया जाएगा। जीडीए द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर शासन स्तर पर हुई बैठक में मंजूरी प्रदान कर दी गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अवस्थापना नि?धि से इस ब्रिज का निर्माण कराया जाएगा।

इसका प्रस्ताव तैयार कर शासन में भेजा गया था। इस ब्रिज के निर्माण को अवस्थापना निधि से कराने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इससे लोगों की सहूलियतें बढ़ेंगी। दो हिस्सों में बंटा तारामंडल क्षेत्र आपस में जुड़ जाएगा। देवरिया बाईपास से पैडलेगंज तक पहुंचने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा।
आनंद वर्द्धन, वीसी, जीडीए