गोरखपुर (ब्यूरो)। अभी बतखों के छोटे होने की वजह से शाम को उन्हें बाहर निकालकर कांप्लेक्स में सुरक्षित रखा जा रहा है। जल्द ही हमेशा के लिए उन्हें ताल में छोड़ दिया जाएगा। फर्म की ओर से एक हजार अमेरिकन डक मंगाए गए थे लेकिन तमाम जतन के बाद भी इनमें से 600 बतख भीषण गर्मी की वजह से मर गए। फर्म अब और एक हजार बतख मंगाने की तैयारी कर रहा है।
ताल की बढ़ाएंगे शोभा
ताल की शोभा बढ़ाने के लिए वाटर स्पोट्र्स कांप्लेक्स का संचालन कर रही फर्म प्रयागराज से 25 जोड़े राजहंस भी मंगा रही है, जो तीन दिन के भीतर गोरखपुर पहुंच जाएंगे। इन्हें भी ताल में छोड़ा जाएगा। फर्म के प्रतिनिधि आशीष शाही का कहना है कि बचे हुए 400 बतखों का आकार भी अभी काफी छोटा है। इसलिए सुबह से शाम तक के लिए उन्हें ताल के किनारे सुरक्षा घेरा बनाकर पानी में छोड़ा जा रहा है फिर रात के समय उन्हें निकालकर कांप्लेक्स में ही सुरक्षित रखा जा रहा है। 10 से 15 दिनों में इनके आकार में वृद्धि हो जाएगी जिसके बाद उन्हें हमेशा के लिए ताल में छोड़ दिया जाएगा।