गोरखपुर: डॉ। राहुल नायक द्वारा सीएमओ कार्यालय में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत पंजीकरण के लिए आवेदन करने पर पता चला कि उनके नाम से फर्जी डिग्री, आधार कार्ड और पैन कार्ड बना प्रयागराज जिले के जसरा के शिवपुरी कालोनी निवासी राम पांडेय द्वारा प्रयोग किया जा रहा है। जेपी डायग्नोस्टिक सेंटर का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए प्रयागराज के सीएमओ आफिस में उनके कागजात लगाए गए हैं। डा.राहुल ने पुलिस को बताया कि उनके नाम पर प्रयागराज में राम पांडेय नाम का व्यक्ति सेंटर चला रहा है। गुलरिहा पुलिस ने उससे संपर्क करना चाहा, लेकिन वह फरार हो गया। यद्यपि, डा.राहुल की शिकायत के बाद प्रयागराज सीएमओ कार्यालय में राम का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है।

भेजी गई पुलिस टीम


कुशीनगर के अलाउद्दीन और प्रयागराज के राम पांडेय को पकडऩे के लिए गोरखपुर पुलिस की दो टीमों को रवाना किया गया है। इसके अलावा आरोपितों के मोबाइल फोन नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं। पुलिस ने आरोपितों के दोस्त और रिश्तेदारों से पूछताछ कर कुछ जानकारी हासिल की है।

बैंक खाते की जांच


पुलिस के अनुसार पीपीगंज के अमिताभ द्वारा आरोपित अलाउद्दीन के पंजाब नेशनल बैंक के खाते में पांच लाख रुपये भेजे गए थे। अब पुलिस अलाउद्दीन के खाते की भी जांच करवाएगी। उस खाते में कहा-कहां से रुपये आए हैं, इसका पता लगाया जाएगा। अलाउद्दीन के और कहां-कहां बैंक खाते हैं, उसके बारे में भी पुलिस पता कर रही है। इस मामले में डा.राहुल नायक ने तहरीर देकर गुलरिहा थाने में 17 मई को केस दर्ज कराया है। इसमें अब तक गाजीपुर के भुडकुड़ा थाना क्षेत्र के पदुमपुर मैगर राय निवासी बृजेश लाल, वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के दीनापुर चिरईगांव निवासी ओमप्रकाश गौतम और वाराणसी के चौबेपुर के बराई निवासी दीपक विश्वकर्मा को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

फर्जी डिग्री मामले में पुलिस मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। इसके लिए पुलिस की टीमें लगी हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
योगेंद्र कुमार ङ्क्षसह, सीओ गोरखनाथ