गोरखपुर (ब्यूरो)।आरटीओ अमला सिर्फ नोटिस की कार्रवाई तक तक सीमित है और अक्सर स्कूली वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें आती हैं। स्कूल प्रबंधक मानक के अनुरूप बस चलाने का दावा कर रहे हैं।
आरटीओ में 2368 स्कूली वाहन रजिस्टर्ड
गोरखपुर जिले में 2368 स्कूली वाहन रजिस्टर्ड हैं। इसमें से अभी भी 429 स्कूली वाहन अनफिट होकर सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं। हालांकि वाहनों को फिटनेस जांचने के लिए आरटीओ अभियान चलाकर कार्रवाई करने का दावा करता है लेकिन यह अभियान सुस्त पड़ गया है। सिर्फ अनफिट बसों के संचालकों को नोटिस भेजी जाती है। यही वजह है कि धड़ल्ले से अनफिट बसों का संचालन हो रहा है।
स्कूल संचालक नहीं दिखाते दिलचस्पी
स्कूलों की ओर से बच्चों के परिजनों से ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर फीस तो पूरी वसूल की जाती है। बावजूद इसके मासूमों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। अनफिट वाहनों को लेकर आरटीओ की तरफ से स्कूल प्रबंधकों को कई बार नोटिस दी जा चुकी है। साथ ही निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाती है। बावजूद स्कूल प्रबंधक फिटनेस कराने में दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं और बच्चों को हादसों के के लिए छोड़ देते हैं।
अनफिट बसें
यूपी 53सीटी 7811
यूपी 53 एचटी 1253
यूपी 53 सीटी 4777
यूपी 53 सीटी 4778
यूपी 53 सीटी 4898
यूपी 53 डीटी 1039
यूपी 53 डीटी 1370
यूपी 53 एफटी 9402
यूपी 53 सीटी 7824
यूपी 81 एबी 9767
यूपी 47 टी 1889
यूपी 79 एफटी 2804
यूपी 53 डीटी 5250
यूपी 53 डीटी 8823
यूपी 53 डीटी 9652
(नोट: आरटीओ के रिकॉर्ड में 429 स्कूली वाहन अनफिट हैं.)
आरटीओ रिकॉर्ड के अनुसार फिलहाल 429 स्कूली बसें अनफिट हैं। हर बार संचालकों को नोटिस दिया जाता है, लेकिन वह फिटनेस नहीं कराते हैं। जल्द अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुमार झा, एआरटीओ प्रशासन