गोरखपुर (ब्यूरो)।दे दिया फर्जी नियुक्ति पत्र

जानकारी के अनुसार दिए गए अप्लीकेशन में राजेंद्र नगर निवासी कार्तिकेय श्रीवास्तव, सुधीर कुमार सिंह, बघाड़ निवासी विवेक और विनीत ने कंपलेन दर्ज कराई है। युवकों ने बताया कि गोरखपुर के अतिकुर रहमान के भाई ओवेदुर रहमान नगरीय परिवहन विभाग लखनऊ में हैं। उन्होंने यतायात निरीक्षक के पद पर जॉब दिलाने के लिए 28 लाख 15 हजार रुपए लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। बाद में जब सच पता चला तो पैसे मांगने पर 12 लाख वापस किया। बाकी पैसे मांगने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहा है। इस सम्बंध में एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

डीएम के आदेश पर कैंट पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी

50 हजार का स्टाम्प मिला फर्जी, उप निबंधन सदर प्रथम ने दी ह तहरीर

पचास हजार के फर्जी स्टांप मामले में क्रेता और स्टाम्प विक्रेता पर थाना कैंट पुलिस ने सोमवार को मुकदमा दर्ज कर लिया। यह कार्यवाही डीएम के आदेश व उप निबंधन सदर प्रथम की तहरीर पर हुई है। जानकारी के अनुसार हुमांयूपुर दक्षिणी, दुर्गाबाड़ी रोड निवासी राजेश मोहन सरकार ने सहायक महानिरीक्षक निबन्धन, कार्यालय में 28 फरवरी 2023 को ऑनलाइन आवेदन द्वारा भारतीय कोर्ट फी 53 हजार का स्टाम्प रिफंड के लिए आवेदन किया था। जिसका कार्यालय सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने 25 अप्रैल 2023 को मुख्य कोषाधिकारी के माध्यम से 13 स्टाम्प का सत्यापन कराया गया। जिसमें कोषाधिकारी ने भेजे गये 53 हजार के स्टाम्पों में मात्र 3 हजार के स्टैंप को सत्यापित किया गया है।

जांच में फर्जी मिला स्टाम्प

बाकी 10 स्टैम की प्रमाणिकता को सत्यापित करने लिए निदेशक भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक, महाराष्ट्र को डीएम की ओर से प्रेषित किया गया था। जिसके क्रम में भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, महाराष्ट्र द्वारा 5 दिसंबर 2023 को भेजे गए अपने पत्र में 50 हजार के स्टाम्प को फर्जी होना बताया। जिसके बाद जिलाधिकारी गोरखपुर ने आवेदक एवं स्टाम्प विक्रेता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराये जाने को आदेशित किया। उपनिबंधन सदर प्रथम सुबोध कुमार राय की तहरीर पर थाना कैंट पुलिस ने राजेश मोहन सरकार पुत्र प्यारे मोहन और दीवानी कचहरी के स्टैंप विक्रेता लालजी सिंह पुत्र सालिक सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।