गोरखपुर (ब्यूरो)।इनका संचालन डिपो के विभिन्न रूटों पर किया भी जाने लगा है। इतना ही नहीं एक अप्रैल को नॉन एसी 30 और बसें यहां के बेड़े में शामिल हो जाएंगी। इन बसों में पैसेंजर्स को बेहतर सीट के साथ अच्छे तरीके से सफर कर अपने गंतव्य तक पहुंच सकते है।

48 बसें कंडम घोषित

रोडवेज प्रशासन ने लगातार हो रही मांगों और रोड सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए रीजन की 48 बसों को कंडम घोषित कर दिया गया है। इसमें 12 बसें ऐसी है जो 15 साल उम्र पूरी कर चुकी है। इन बसों को कार्यशाला में खड़ा करवा लिया गया है। रोडवेज प्रशासन की ओर से कंडम बसों की निलामी की तैयारी कर रहा है। उधर 25 नई बसों का संचालन शुरू कर दिया गया है। अब पैसेंजर्स खटारा बसों को छोड़ नई बसों में सफर कर सकेंगे।

बेडे में 755 बसें थीं

गोरखपुर रीजन के विभिन्न डिपो में रोडवेज की 755 बसें थी। जिनके सहारे पैसेंजर्स को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा था। इन बसों में 36 बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। रोडवेज अफसरों ने इन बसों को सड़क से हटाकर कार्यशाला में खड़ा कर दिया है। नियमानुसार कोई बस यदि निर्धारित किलोमीटर पूरी कर ले तो उसे कंडम घोषित कर दिया जाता है। 36 बसें कंडम घोषित होने के बाद मुख्यालय की ओर से 25 नई बसें बेड़े में शामिल कर ली गई हैं ताकि पैसेंजर्स को किसी प्रकार की प्रॉब्लम ना हो सके।

55 बसों की डिमांड

गोरखपुर रीजन ने विभिन्न डिपो के लिए 55 नई बसों की डिमांड की थी। मुख्यालय की ओर से डिपो को 25 नई बसें मिल चुकी है। जबकि 30 बसों के अभी आने का इंतजार है। रोडवेज अफसरों का कहना है कि एक अप्रैल तक 30 नई बसें आने की उम्मीद है। नई बसें आने से रूटों पर बसों की कमी को दूर कर लिया जाएगा।

हाईलाइट्स -

755 गोरखपुर रीजन में बसों की संख्या

36 रोडवेज की खटारा बसें कंडम

12 15 साल उम्र पूरी कर चुकी बसें कंडम

25 नई बसें रोडवेज के बेड़े में शामिल

30 नई बसें 1 अप्रैल को बेड़े में हो जाएंगी शामिल

गोरखपुर रीजन में 48 बसों को कंडम घोषित कर दिया गया है। इसमें 12 बसें 15 साल उम्र पुरी कर चुकी है। वहीं, मुख्यालय की ओर से डिपो की 25 नई बसें मिल चुकी है। 30 नई बसें जल्द पहुंचने की उम्मीद है। नई बसें आने के बाद डिपो में बसों की कमी नहीं रहेगी। पैसेंजर्स को बेहतर परिवहन सुविधा देने का भरसक प्रयास किया जाएगा।

- धनजी राम, एसएम गोरखपुर रीजन