गोरखपुर (ब्यूरो)। एनएसडीसी के माध्यम से श्रमिकों के लिए इजराइल जाने की वैकेंसी निकाली तो विजेंद्र ने विदेश जाने के लिए अप्लाई किया और इंटरव्यू भी दिया। उन्हें लगा कि अब वो इजराइल जाकर मेहनत करेंगे और अपने परिजनों भरण पोषण करेंगे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनके साथ इजराइल जाने के नाम बस झूठे आश्वासन दिए जाएंगे। यह झूठे आश्वासन सिर्फ विजेंद्र को ही नहीं बल्कि जिले भर के 2200 बेरोजगारों को इजराइल भेजने के नाम पर दिए जा रहे हैैं। लेकिन जिम्मेदार अफसर इस समस्या का समाधान करने के बजाय टालमटोल करते हुए दिखाई दे रहे हैैं।

पहले राउंड में ही हो गया था इंटरव्यू

बता दें, गोरखपुर में बेरोजगारी की फौज खड़ी हो चुकी है। युवा अपने भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैैं। नौकरी की तलाश में अब विदेश जाकर रोजी रोटी की तलाश में भी जुट गए हैैं। श्रमिक मंत्रालय की तरफ से इजराइल जाने की वैकेंसी आई भी तो कैंडिडेट्स को धोखा मिला। कैंडिडेट्स की माने तो जब शासन की तरफ से वैकेंसी की घोषणा की गई तब 10 हजार लोगों के लिए वैकेंसी आई थी। जिसमें से पहले राउंड में करीब 4 हजार से ज्यादा लोगों ने एग्जाम दिया। जिसमें से करीब 2200 लोगों का इंटरव्यू लिया गया और उनसे बोला गया कि आप इजराइल आ सकते हैं बस ऑफर लेटर आने का इंतजार करिए।

अप्रैल तक होना था फ्लाइट

कैंडिडेट्स ने बताया कि 23 जनवरी से 31 जनवरी तक करीब 10 हजार श्रमिकों ने इंटरव्यू दिया था। जिसमेें से 4970 इजराइल जाने के लिए चयनित हुए थे। इसके बाद सरकारी निर्देश पर जिला अस्पताल से मेडिकल वेरीफिकेशन और एसपी ऑफिस से पीसीसी दोबारा बनवाकर सभी डॉक्यूमेंट को वैरीफाई करवाया गया और कहा गया कि आप लोग 66, 800 रूपए की व्यवस्था कर लीजिए। आपकी फ्लाइट अप्रैल महीने के अंत तक करा दी जाएगी।

6 महीनें से कर रहे ऑफर लेटर का इंतजार

कैंडिडेट्स ने बताया कि उनके इंटरव्यू के बाद ही उन्हें ये विश्वास दिलाया गया कि वो सभी लोग इंटरव्यू में सेलेक्ट हो गए हैं और उनका ऑफर लेटर जल्दी ही आ जाएगा। लेकिन ऐसा कहते कहते जब 6 महीनें हो गए तब उनसे ये कहा गया कि उन्हें अब इजराइल नहीं ले जाया जा सकता है।

दूसरे राउंड के लोगों को मिल गया फ्लाइट

पहले राउंड के कैंडिडेट्स ने बताया कि पहले राउंड में 2200 लोगों का सेलेक्शन होने के बाद दूसरे राउंड के लोगों को इंटरव्यू के बाद ही इजराइल भेज दिया गया और यहां तक की जिनका इंटरव्यू सबसे बाद में हुआ वो भी अब इजराइल जा रहे हैं।

हर जगह की शिकायत

कैडिडेट्स ने कहा कि वो पिछले 6 महीनों से हर जगह ऑनलाइन मेल के जरिए शिकायत कर रहे हैं। यहां तक की उन्होंने लखनऊ में सीएम से गुहार लगाने तक भी पहुंच गए। लेकिन उनका शिकायत सीएम तक नहीं पहुंच सका।

आखिर दूसरे राउंड वालों का कैसे हो रहा फ्लाइट

कैंडिडेट्स का आरोप है कि एक्सट्रा पैसे देने पर हरी इजराइल भेजा जा रहा है, जिसकी वजह से पहले राउंड के 22 सौ श्रमिक के पास कोई नोटिस और पैसे जमा करने के लिए कॉल आया और वहीं दूसरे राउंड के ज्यादत्र श्रमिक इजराइल को भेजा जा चुका है।

अब जा रहे दिल्ली

कैंडिडेट्स ने बताया कि वो सबसे ना सुनकर दिल्ली जा रहे हैं और सीधे अपनी शिकायत एनसीडीसी ऑफिस तक पहुंचा कर रहेंगे।

हम लोग पिछले 6 महीनें से इधर-उधर भटक रहे हैं। हम बड़े उम्मीद से इंटरव्यू दिए कि अब अपने परिवार को एक अच्छी जिंदगी दे सकेंगे लेकिन सब कुछ धरा का धरा रह गया।

नागेंद्र

ऑफर लेटर का इंतजार करते रह गए यहां तक मैंने कुछ पैसे भी दे दिए पर कुछ न हो सका। किसी अधिकारी ने सुध नहीं ली, हम लोगों ने ऑनलाइन अधिकारियों के पास कम्प्लेन भी की।

रामगौर

पहले राउंड में ही हम लोग का सेलेक्शन हो गया बस ऑफर लेटर का वेट करने को बोला गया और अब हम हार मानकर दिल्ली जा रहे हैं। अब बस यही आखिरी उम्मीद बची है।

प्रेम शंकर

यह स्कीम स्कील डेवलपमेंट के तहत ही आई थी, यहां से डाटा मांगा गया था। स्कील डेवलपमेंट इसका फैसला करेगी। जब भी हमें ऑडर मिलेगा, हम डिटेल भेज देंगे।

अमित कुमार मिश्रा, डिप्टी लेवल कमीश्नर