- अष्टमी मेला के दौरान स्ट्रीट लाइट ठीक करने में लगे निगम के कर्मचारी
- मेला घूमने निकले लोगों ने अंधेरे में निगम को जमकर कोसा
GORAKHPUR: पूरे नवरात्र के दौरान नगर निगम के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सोए रहे। इस बीच लोगों ने खराब स्ट्रीट लाइट को बदलने की मांग भी की लेकिन कोई असर न हुआ। रविवार को अष्टमी के दिन जब लोग अंधेरे में मेला घूमने निकल पड़े और निगम को कोसना शुरू किया तब निगम की नींद खुली। कर्मचारी आनन-फानन में स्ट्रीट लाइट दुरुस्त करने निकले। इसके बाद भी कई जगह अंधेरे में डूबे रहे।
पब्लिक को हुई परेशानी
इस समय त्योहार का माहौल है। नवरात्रि पूजा के साथ ही दशहरा मेले की धूम है लेकिन नगर निगम को इसकी कोई चिंता नहीं। अष्टमी को जब पूरा शहर मेला घूमने निकला तब भी नगर निगम अपनी नींद में ही सोता रहा। शहर के तमाम जगह अंधेरे में डूबे रहे। पूजा पंडालों के इर्द-गिर्द तो उनके इंतजाम से रोशनी रही लेकिन रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण पब्लिक को काफी दिक्कत हुई। लोगों को जैसे-जैसे और जहां-जहां अंधेरे के कारण दिक्कत हो रही थी, लोग वैसे-वैसे नगर निगम को कोस रहे थे।
कोरम किया पूरा
तमाम कार्यदिवस निकल गए लेकिन निगम के पथ प्रकाश विभाग के कर्मचारी नजर नहीं आए। रविवार को छुट्टी के दिन कर्मचारी खराब स्ट्रीट को ठीक करने निकले। लेकिन, बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण सभी को एक दिन में ठीक किया जाना संभव नहीं। ऐसे में जहां-तहां कुछ स्ट्रीट लाइट को ठीक कर कर्मचारी निकल लिए। हालांकि निगम का दावा रहा कि 30 से अधिक बंद स्ट्रीट लाइट जलाई गई। मोहद्दीपुर से यूनिवर्सिटी चौराहा, कचहरी चौराहा, कॉर्मल रोड, ट्रैफिक तिराहा, राजघाट और हार्वट बंधे के लाइट ठीक किए गए।
वर्जन
सभी स्ट्रीट लाइट्स सही कर दिए गए हैं। कुछ जगहों पर अचानक खराब होने की शिकायत आ रही हैं। कंप्लेन मिलने के 30 मिनट में पहुंचकर उस प्वाइंट को सही करने का आदेश दिया गया है।
- रबीश चंद, पथ प्रकाश प्रभारी व मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम