- i next के रियलिटी चेक में नगर निगम की खुली पोल
- नौ बजे रात में सिटी में कहीं नजर नहीं आया अलाव
GORAKHPUR: गुलाबी ठंड से शुरू मौसम अब जानलेवा हो चुका है, लेकिन जिम्मेदारों को अब भी 'गर्मी' का ही अहसास हो रहा है। जी हां, नगर निगम क्षेत्र में कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। शनिवार रात जब आई नेक्स्ट ने चौक-चौराहों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि का रिएलिटी चेक किया तो कहीं भी अलाव जलता नहीं दिखा। वहीं रैन बसेरे भी कोहरे से घिरे और ठंड से ठिठुरते नजर आए। इनमें शरण लिए लोगों के लिए भी कहीं अलाव की व्यवस्था नहीं दिखी।
कचहरी बस स्टेशन
समय- रात 10 बजे
यहां से डेली 10 हजार के करीब लोग बनारस, इलाहाबाद, गाजीपुर और आजमगढ़ आते-जाते हैं। नगर निगम का दावा है कि वह यहां 50 किग्रा। डेली लकड़ी गिराता है। लेकिन यहां अलाव जलता नहीं दिखा। ठेले पर चाय बेचने वाले ने बताया कि निगम की गाड़ी आती तो है लेकिन दो बोटा लकड़ी गिराकर चली जाती है। यह लकड़ी एक से दो घंटे में जल जाती है। यहां से कुछ दूर पर कचहरी के लिए बने रैन बसेरे के बाहर भी अलाव नहीं दिखा। अंदर लोग कंबल ओढ़कर सोए हुए थे।
रेलवे स्टेशन
समय- रात 10.15 बजे
शहर में सबसे अधिक भीड़ रेलवे स्टेशन पर होती है। यहां पर 24 घंटे चहल-पहल रहती है। चाहे गर्मी हो या ठंडी का मौसम, यहां के लोगों के रहने के लिए नगर निगम ने गेट नंबर 4 के सामने एक दो मंजिला रैन बसेरा का निर्माण किया है। रैन बसेरा के अंदर करीब 10 लोग सोए थे लेकिन बाहर अलाव जलता नहीं दिखा। बाहर दुकान लगाने वाले ने कहा कि अभी तक यहां अलाव नहीं जलाया गया है।
सब स्टेशन
समय- रात 10.10 बजे
बस स्टेशन के रैन बसेरा में 12 के लगभग चौकियां हैं। रैन बसेरा में 5 लोग सोए थे। यहां भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। हालांकि पास स्थित पुलिस चौकी के पास अलाव जलता दिखा। जब वहां तैनात सिपाही से पूछा गया तो बताया कि नगर निगम की गाड़ी दो गट्ठर लकड़ी गिराकर चली जाती है जो एक-दो घंटे में ही जल जाती है। जबकि यहां ठंड में पूरी रात जगकर ड्यूटी करनी होती है।
ट्रैफिक तिराहा
समय- रात 10.30 बजे
रात को इस चौराहे पर सबसे अधिक रिक्शा चालक और मजदूर आराम करने के लिए आते हैं, लेकिन पिछले साल तक नगर निगम द्वारा यहां पर अलाव की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी, लेकिन अभी तक यहां पर अलाव की एक भी लकड़ी नहीं गिराई गई है। यहां पर ट्रैफिक विभाग में तैनात एक होमगार्ड ने बताया कि दो बार नगर निगम को बोला जा चुका है, लेकिन आज तक लकड़ी नहीं गिरी है।
वर्जन
शहर में 14 स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। प्रत्येक स्थान पर 50 किग्रा। लकड़ी गिराई जा रही है। लकड़ी पतली होने के कारण जल्दी जल जा रही है। बोटा मंगाया गया है, उसको अब भेजा जाएगा। अलाव की संख्या डेली बढ़ रही है।
एसके केसरी, एक्सईएन व अलाव प्रभारी, नगर निगम
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विभाग के अनुसार, इन जगहों पर जल रहे अलाव
-अस्पताल में तीन जगह
-काली मंदिर गोलघर
-नकोबाबा साह मजार
- रेती चौक
- नखास चौक
- कचहरी बस स्टेशन
- रेलवे बस स्टेशन
- रेलवे स्टेशन
- ट्रैफिक तिराहा
- बड़ी मस्जिद, घंटाघर
- मदीना मस्जिद, रेती रोड
-शास्त्री चौक