-टैक्स चोरी को माफ करने के मूड में नहीं है नगर निगम
- बिजली विभाग ने अपना पैसा कर दिया है माफ
GORAKHPUR: नगर निगम ने फर्टिलाइजर पर बकाया टैक्स वसूली के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दिया है। निगम को उम्मीद है कि खराब आर्थिक हालत में फर्टिलाइजर पर बकाया लगभग डेढ़ करोड़ रुपए मिल जाएगा। वहीं, बिजली विभाग की ओर से टैक्स माफी के बाद फर्टिलाइजर प्रशासन निगम से भी लगातार टैक्स माफ कराने पर जोर देने में लगा है।
चार साल से है बकाया
नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रबीस चंद का कहना है कि चार साल पहले तक फर्टिलाइजर हर साल टैक्स जमा करता रहा, लेकिन फिर जमा करना बंद कर दिया। इस कारण लगभग 1.39 करोड़ रुपए का बकाया हो गया है। इसके लिए कई बार फर्टिलाइजर को पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला। वहीं, फर्टिलाइजर के इंचार्ज चंद्रा प्रताप का कहना है कि बिजली विभाग को पत्र लिखा गया था जिस पर उन्होंने अपना बकाया माफ कर दिया है। चंद्रा प्रताप का कहना है कि नगर निगम को भी टैक्स माफ कर देना चाहिए। इससे फर्टिलाइजर को राहत मिलेगी और इसे चलाने में आसानी होगी।
करते इस्तेमाल देते कुछ नहीं
फर्टिलाइजर के एक कर्मचारी का कहना है कि कैंपस के अंदर एसएसबी और केंद्रीय विद्यालय हैं। लेकिन दोनों केवल यहां की जमीन का उपयोग करते हैं, किराया नहीं देते। वहीं, नगर निगम का कांजी हाउस भी इसी कैंपस में है। वह भी इसका किराया नहीं देता। ऐसे में निगम को कांजी हाउस का किराया देना चाहिए या फर्टिलाइजर का टैक्स माफ कर देना चाहिए।
बॉक्स
बकाया साल - चार साल
प्रति वर्ष टैक्स निर्धारण - 39 लाख 87 हजार रुपए
कुल बकाया - एक करोड़ 96 लाख 618 रुपए
वर्जन
नगर विकास मंत्रालय को पत्र लिखा गया है कि नगर निगम में जो टैक्स बाकी है उसे माफ किया जाए। फर्टिलाइजर को इससे कुछ राहत मिलेगी।
- चंद्रा प्रताप, इंचार्ज फर्टिलाइजर
नगर निगम के एरिया में फर्टिलाइजर है तो टैक्स तो लिया ही जाएगा। हम लोगों की टैक्स माफ करने की कोई योजना नहीं है। अगर शासन से कोई आदेश आता है तो उस बारे में नहीं कहा जा सकता।
- रबीस चंद, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम