- प्रयोग के तौर पर बीस वार्डो में शुरू की गयी व्यवस्था
- नए लिए गए कूड़ा वाहनों में लगेगा हाइड्रोलिक सिस्टम
GORAKHPUR: शहर के घरों और होटलों से डेली निकलने वाले कूड़े के निस्तारण को लेकर नगर निगम ने एक बार फिर डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की योजना शुरू की है। इस बार शहर के 20 वार्डो में ये कार्य करने के लिए निगम ने आठ निजी संस्थाओं को जिम्मेदारी सौंपी है। इसके बाद संस्थाओं ने वार्डो में सर्वे का कार्य भी शुरू कर दिया है।
तीन चरण में होगा कार्य
शहर में इस बार कूड़ा निस्तारण का कार्य तीन चरण में निर्धारित किया गया है। इसके पहले चरण में फर्म के कर्मचारी सुबह आठ बजे तक डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्ट करेंगे। इसके बाद कर्मचारी उस एरिया के कूड़ा पड़ाव केंद्र पर लाकर कूड़ा रख देंगे। उसके बाद यहां से एक फर्म की महेसरा स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जमीन पर कूड़ा ले जाने की जिम्मेदारी होगी। नगर निगम इसके लिए फर्म को हाइड्रोलिक सिस्टम वाली 20 मैजिक गाडि़यां देगा। इसके बाद तीसरी फर्म सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की जमीन पर कूड़ा निस्तारित करने का कार्य करेगी। अनुबंध के हिसाब से नगर निगम इसके लिए तीन माह तक 95 प्रतिशत और तीन माह बाद 90 प्रतिशत की दर पर भुगतान करेगा।
इन फर्म को मिली है जिम्मेदारी
फर्म वार्ड
मेसर्स सुभाष सिंह राप्ती नगर, जटेपुर, कृष्णा नगर
मेसर्स जयंत मल्टी पर्पज सर्विसेज महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर दो, इंजीनिय¨रग कॉलेज
मेसर्स ऐम्मार कंस्ट्रक्शन रुस्तमपुर, बेतियाहाता, अलहदादपुर
मेसर्स सुनील कुमार सिंह गिरधरगंज, मोहद्दीपुर, छोटेकाजीपुर
मेसर्स एलबी एसोसिएट पुर्दिलपुर, मियां बाजार
मेसर्स आकृति कंस्ट्रक्शन अंधियारी बाग, रामजानकी नगर
मेसर्स काली प्रसाद सिविल लाइंस द्वितीय, सिविल लाइंस प्रथम, गोपलापुर
मेसर्स कंटीनेंटल स्टील वर्क्स झरना टोला, इस्माइलपुर
आप भी रखें इन बातों का ध्यान
- मकान, दुकान में रखें डस्टबिन
- दुकानों की गंदगी नाली में ना डालें
- कूड़ा निर्धारित स्थल पर डालें
- सफाई कर्मी के पहुंचने पर कूड़ा दें
- रास्ते चलते खाद्य पदार्थ के पैकेट ना फेंके
- समारोहों में बचे भोजन जरुरतमंदों में बांट दें
- पशुओं को बांधकर डेयरी में रखें
वर्जन
कूड़ा निस्तारण के लिए डोर-टू-डोर योजना लागू कर दी गई है। 20 वार्डो में प्रयोग के तौर पर यह योजना लागू होने जा रही है। यह सफल रहा तो पूरे शहर में इसे लागू किया जाएगा।
- डॉ। सतीश कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी