गोरखपुर (ब्यूरो)।बुक फेयर की खास बात यह रही कि इसमें रामचरित मानस, भगवत गीता, स्वामी विवेकानंद व नाथ संप्रदाय पर लिखी किताबों की खूब डिमांड रही। यह किताबों मेले से हाथों-हाथ उठ गईं।
हाथों हाथ बिक गईं किताबें
राजकमल प्रकाशन के सेल्स मैनेजर राम सिंह ने बताया कि गीतांजलि की की लिखी हुई रेत समाधि की बिक्री ज्यादा हुई। हाथों हाथ बिक गई। वहीं आपकी बेटी, कौन है भारत माता, नाथ संप्रदाय, साथी का संस्कार, महासम्राट किताबें बिक गईं। सबसे ज्यादा युवाओं ने इन किताबों को खरीदा वहीं सेतु प्रकाशन के मैनेजर अनुज बताते हैैं कि वह पहली बार गोरखपुर महोत्सव के बुक फेयर में दुकान लगाए गए हैैं। युवाओं में ज्यादा रूझान देखने को मिला। पत्रिका प्रकाशन के विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बच्चों की किताबों में बाल साहित्य, स्वास्थ्य की किताबे डिमांड में हैैं। वहीं गीता प्रेस से आए अंगद उपाध्याय बताते हैैं कि रामचरित्र मानस और भगवत गीता की लोगों ने खरीदारी की। बुजुर्ग और महिलाओं में सबसे ज्यादा डिमांड रहा। वहीं परमहंस योगानंद के स्टॉल पर भी आध्यात्मिक, योग की किताबें खूब पसंद की गई। सुधीर यादव, डॉ। क्षमा और एसपी विश्वकर्मा ने बताया कि लोगों में उत्साह भी रहा।
मुझे अपने बच्चे के लिए गोलू के कारनामें किताबें खरीदी हैैं। बेटे को किताबें पढऩे का बड़ा शौक है। इसलिए बुक फेयर में आया हूं। पहली बार बुक फेयर में आकर काफी अच्छा लगा।
रणविजय मल्ला, प्रोफेशनल
स्वामी विवेकानंद की किताब खरीदी है। डिस्काउंट भी मिला है। बुक फेयर में आकर काफी अच्छा लगा। बच्चों की किताबों ने आकर्षित किया।
बागीशा, स्टूडेंट
मैैंने योगा की किताबें खरीदी हैं। इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद की भी बुक ली है। विवेकानंद पर रिचर्स भी चल रहा है।
प्रियंका, रिसर्च स्कॉलर
मानववाद की किताब खरीदी है। बुक फेयर में काफी अच्छी अच्छी किताबें आई हैैं। जो पढऩे में काफी अच्छा लगा। परमहंस योगानंद की किताबें काफी अच्छी लगीं।
अर्चना, रिसर्च स्कॉलर