- बंदियों ने दी थी भूख हड़ताल की चेतावनी
- मांग पूरी करने के आश्वासन पर माने बंदी
GORAKHPUR: प्रदेश की अन्य जेलों में भूख हड़ताल पर बैठे बंदियों के समर्थन में गोरखपुर के बंदियों की हड़ताल टल गई है। मांगे पूरी कराने का आश्वासन देकर जेल अधिकारियों ने बंदियों को मना लिया है। जेलर डॉक्टर राजेश सिंह के प्रयास पर बंदियों ने शुक्रवार को अपनी हड़ताल वापस ले ली। बंदियों के हड़ताल पर जाने की सूचना से जेल अधिकारी सकते में थे।
समय पूर्व रिहाई की चल रही मांग
विभिन्न अपराधों में आजीवन कारावास काट रहे कैदी समय पूर्व रिहाई की मांग कर रहे हैं। एक हफ्ते से प्रदेश की कई जेलों में हड़ताल चल रही है। बंदियों की बगावत पर हड़ताल वाली जेलों के अधिकारियों ने मामले की जानकारी प्रदेश सरकार को दे दी। मंडलीय कारागार में निरुद्ध बंदियों ने अपनी मांग उठाते हुए शुक्रवार से भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी। कहा कि उनकी बात नहीं सुनी गई तो हड़ताल शुरू कर देंगे। गुरुवार की देर शाम बंदियों ने अल्टीमेटम दिया तो हड़कंप मच गया। बंदियों की मान मनौव्वल शुरू हो गई।
शासन बात पहुंचाने का दिया आश्वासन
हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रही बंदियों के बीच जेल अधिकारी पहुंचे। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि गोरखपुर से रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी जाएगी। इसलिए जेल अधिकारियों ने बंदियों से समय मांगा। दो दिन की मोहलत देते हुए बंदियों ने कार्रवाई करने को कहा। बंदियों ने चेताया कि यदि उनकी बात सही तरीके से नहीं रखी गई तो वह भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। जेल प्रशासन से जुड़े लोगों का कहना है कि बंदियों की मांग संबंधी फाइल भेज दी गई है। इसमें शासन स्तर से फैसला आते ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
बंदियों की बात शासन में रखी गई है। ऊपर से आने वाले आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मामले की जानकारी होने पर बंदी मान गए।
डॉ। राजेश सिंह, जेलर