- जेल में बवाल की चल रही जांच
- बंदी रक्षक पर हमले से बढ़ी टेंशन
GORAKHPUR: महराजगंज में बंदी रक्षक पर हमले से मंडलीय कारागार के अधिकारी और कर्मचारी सकते में आ गए हैं। मंडलीय कारागार में बवाल के बाद से अधिकारियों और बंदी रक्षकों ने खतरे की आशंका जताई थी। अधिकारियों को सुरक्षा देकर प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली है। मंडलीय कारागार के जेल अधिकारियों पर पहले भी हमले हो चुके हैं।
बंदी रक्षक को मारी थी गोली
महराजगंज जिला जेल में तैनात सिपाही राणा यादव शुक्रवार की रात बाइक से ड्यूटी जा रहे थे। रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने सिपाही को गोली मार दी। संत कबीर नगर जिले के मेंहदावल निवासी बंदी रक्षक राणा यादव को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। बंदी रक्षक पर हमले से पूरे मंडल में अलर्ट जारी कर दिया गया। महराजगंज जेल के कर्मचारी को गोली मारने की घटना से मंडलीय कारागार गोरखपुर के कर्मचारी भी सकते में आ गए।
जेल में बवाल से बढ़ा संशय
मंडलीय कारागार में मोबाइल की चेकिंग से नाराज बंदियों ने जमकर बवाल काटा था। 13 अक्टूबर हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास काट रहे कैदी की मौत हो गई। इसके बहाने बंदियों ने जमकर बवाल काटा। दो बंदी रक्षकों को बंधक बनाकर जेल अधिकारियों पर पथराव किया। सख्ती के लिए कुख्यात जेलर डॉक्टर राजेश सिंह को हटाने की मांग की। उधर खतरे का अंदेशा जताते हुए जेलर, डिप्टी जेलर ने सुरक्षा की मांग की। दो दिन बाद प्रशासन ने उनको सुरक्षा मुहैया करा दी। लेकिन बंदी रक्षकों और अधिकारियों के मन में डर बना रहा। महराजगंज में बंदी रक्षक को गोली मारे जाने से जेल कर्मचारी एक बार फिर दहशत में आ गए हैं।