- फॉगिंग के लिए कर रहे हैं फरियाद, लेकिन नहीं हुई सुनवाई
- 25 दिन पहले हॉस्पिटल में हुई थी फॉगिंग
- डेंगू का लेकर हाई अलर्ट, सभी की छुट्टियां कैंसिल, वापस बुलाए गए छुट्टी पर गए डॉक्टर्स और एंप्लाइज
GORAKHPUR: डेंगू की दस्तक से सारा शहर डरा-सहमा है। हर तरफ लोग इससे बचने की जुगत में लगे हैं। स्वास्थ्य महकमें में भी इसको लेकर अलर्ट जारी हो गया है। मगर इन सबके बीच खुद जिला अस्पताल डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम के जिम्मेदारों से गुहार लगा रहा है, लेकिन अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सका है। हालत यह है कि शासन ने डेंगू को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है, लेकिन अस्पताल में फॉगिंग न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को भी दिक्कत होने लगी है।
25 दिनों से नहीं हुई फॉगिंग
जिला अस्पताल में रोजाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। जिला अस्पताल के जिम्मेदार इस खौफ में हैं कि कहीं अपनों का इलाज कराने के इरादे से आने वाले मरीजों को नई बीमारी साथ न लेकर जानी पड़े। एसआईसी ने इसके लिए नगर निगम के जिम्मेदारों से कई बार फॉगिंग शुरू करने की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक फॉगिंग नहीं हो सकी है। 25 दिन पहले सीएमओ के कहने के बाद जिम्मेदारों ने फॉगिंग के लिए गाड़ी भेजी थी, लेकिन वह भी सिर्फ कोरम पूरा करके निकल गए।
रिकॉर्ड में हो रही है फॉगिंग
जिला अस्पताल में फॉगिंग की बात की जाए तो असल में यहां फॉगिंग नहीं हुई। इस मामले में जब एसआईसी ने नगर निगम के जिम्मेदारों से बातचीत की तो उन्हें यह बताया गया कि एक दिन पहले ही फॉगिंग हुई है। मगर एसआईसी ने जब इस मामले में वहां रहने वाले मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स से इसकी हकीकत पूछी तो सभी ने एक सुर में फॉगिंग न होने की बात कही है। एसआईसी ने दोबारा सीएमओ से दरख्वास्त की है कि जिम्मेदारों से बात कर फॉगिंग की व्यवस्था की जाए, नहीं तो मरीजों को परेशानी हो सकती है.
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डेंगू को लेकर हाई अलर्ट
प्रदेश सरकार ने डेंगू को लेकर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। शासन का आदेश मिलते ही एसआईसी एचआर यादव ने सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ की अगले आदेश तक छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं। वहीं, जो डॉक्टर्स या स्टाफ पहले से छुट्टी पर जा चुके हैं, उन्हें भी कॉल कर वापस बुलाया गया है। हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े सोर्सेज की मानें तो अक्टूबर के पहले हफ्ते तक छुट्टियां कैंसिल रह सकती हैं।
वर्जन
पिछले 25 दिनों से जिला अस्पताल में फॉगिंग नहीं हुई है। 25 दिन पहले सीएमओ के कहने के बाद फॉगिंग हुई थी, इसके बाद कई बार कहने के बाद भी फॉगिंग के लिए कोई नहीं पहुंचा। रोजाना सैकड़ों मरीज आते हैं, इसको देखते हुए यहां फॉगिंग होना काफी जरूरी है।
- डॉ। एचआर यादव, एसआईसी