गोरखपुर (ब्यूरो)।साल भर के बाद जिले को इस बेहतर प्रदर्शन के लिए सीएमओ अधिकारी डॉ। आशुतोष कुमार दूबे ने स्वास्थ्यकर्मियों और प्रोग्राम मैनेजर्स को बधाई दी है। जिले को यह उपलब्धि 0.78 के कम्पोजिट स्कोर के साथ मिली है।
जांच में आगे रहा हेल्थ सिस्टम
सीएमओ ने बताया कि गर्भवती की प्रसव पूर्व चार जांच, हीमोग्लोबिन की जांच, संस्थागत प्रसव की दर, सी सेक्शन संस्थागत प्रसव दर, स्टिल बर्थ रेशियो, नवजात शिशु गृह भ्रमण, पूर्ण प्रतिरक्षण, टीबी नोटिफिकेशन दर, एचआईवी के गर्भवती की स्क्रीनिंग, प्रति आशा इंसेंटिव जैसे कुल पंद्रह सूचकांकों में बेहतर प्रदर्शन के कारण यह रैंकिंग मिली है। यह संभव बनाने में एसीएमओ आरसीएच डॉ। नंद कुमार, डीपीएम पंकज आनंद, डीडीएम पवन गुप्ता, डैम पवन कुमार, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय समेत जिले के सभी ब्लॉक के चिकित्सा अधिकारियों, प्रोग्राम मैनेजर्स और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका है।
नियमित तौर जरुरी है समीक्षा
डॉ। दूबे ने जिले के सभी अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की कि गुणवत्तापूर्ण सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखें और प्रयास करें कि जिले को प्रथम रैंक मिल सके। ब्लॉक स्तर पर नियमित बैठकें की जाएं। समुदाय को स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में उनके अधिकारों की जानकारी दी जाए। मातृ शिशु और बाल स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों के बारे में अधिकाधिक प्रचार प्रसार किया जाए। सभी अभियानों के संचालन के दौरान नियमित तौर पर समीक्षा की जाए। जुलाई में प्रस्तावित विश्व जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के लिए अभी से समुदाय में जागरूकता का वातावरण बनाया जाए।
इन ब्लॉक का प्रदर्शन बेहतर
डीपीएम पंकज आनंद ने बताया कि इस बार की रैंकिंग में पिपराईच, बड़हलगंज, पाली, पिपरौली, चरगांवा, खजनी और भटहट का विशेष योगदान रहा है। इनका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है। अन्य ब्लॉक को भी इनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
अब तक की रैंकिंग
- फरवरी 2021, अगस्त 2021 और जनवरी 2022 में जिले को प्रथम स्थान मिला
- दिसंबर 2021 में तीसरी रैंकिंग और मार्च 2022 में दूसरा स्थान मिला