- लखनऊ से गोरखपुर पहुंची ट्रांक्यूलाइजर गन
- ट्यूज्डे को चार फॉरेस्ट कर्मचारियों को दिलाई जाएगी ट्रेनिंग
GORAKHPUR: बांसगांव एरिया में संडे को तेंदुआ निकलने की सूचना पर वन विभाग अलर्ट रहा। पूरे एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाकर तेंदुआ की तलाश की गई। लेकिन किसी दूसरे तेंदुआ के कहीं भी छिपे होने की पुष्टि नहीं हुई। उधर संडे को लखनऊ पहुंची गोरखपुर वन विभाग की टीम को ट्रांक्यूलाइजर गन मिल गई। ट्यूज्डे को गन चलाने की ट्रेनिंग वनकर्मियों को दी जाएगी।
हड्डी टूटने से गई तेंदुआ की जान
बांसगांव एरिया के रघुआडीह में अचानक निकले तेंदुआ ने पांच लोगों को घायल कर दिया। पब्लिक ने तेंदुआ को खपरैल के मकान में कैद कर लिया। शाम करीब साढ़े छह बजे लोगों ने तेंदुआ को ललकारा तो वह बाहर आ गया। वन कर्मियों के सामने ही पब्लिक लाठी, डंडे से उस पर टूट पड़ी। घायल हाल तेंदुआ की मौत हो गई। संडे को डॉक्टर्स के पैनल ने तेंदुआ का पोस्टमार्टम किया। डॉक्टर्स ने वन विभाग के अधिकारियों को बताया कि गरदन की हड्डी टूटने से उसकी जान गई।
अब अचेत करके पकड़ सकेंगे जानवर
बांसगांव में तेंदुआ की मौत के बाद वनविभाग के सीनियर अफसर जागे। अफसरों के प्रयास से गोरखपुर वन प्रभाग को ट्रांक्यूलाइजर गन संडे को मिल गई। इसकी मदद से वन कर्मी जंगली जानवरों को बेहोश करके काबू कर सकेंगे। ट्यूज्डे को चार वन कर्मचारियों को गन चलाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। वन विभाग ने जाल और पिजरे का इंतजाम भी कर लिया है। वन कर्मचारियों का कहना है कि अब किसी दूसरे जानवर की मौत नहीं होने दी जाएगी।
तेंदुआ का पोस्टमार्टम कराकर दफना दिया गया। जानवरों को बेहोश करने वाली गन भी मंगा ली गई है। इसके चलाने की ट्रेनिंग वन कर्मचारियों को दी जाएगी।
आरआर जमुआर, मुख्य वन संरक्षक