- स्काडा योजना के तहत कार्य के दौरान टुकड़ों में कट रही है बिजली
- पिछले लगभग एक साल में शहर ने झेली है एक हजार घंटे की एक्स्ट्रा कटौती
- इतनी बिजली कटने के बाद भी अधूरे पड़े हैं 40 प्रतिशत कार्य
GORAKHPUR: कभी लोकल फॉल्ट तो कभी अनियमित कटौती से कंज्यूमर्स को परेशान करने वाले बिजली विभाग के मरम्मत कार्य भी अब शहरवासियों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। शहर में स्काडा योजना के तहत हो रहे बिजली से जुड़े मरम्मत कार्य एक साल से अधिक समय से लटके हुए हैं। रुक-रुक कर हो रहे कार्य के नाम पर आए दिन शहर के किसी ना किसी एरिया को तीन से चार घंटे बिजली कटौती झेलनी पड़ती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले लगभग एक साल में मरम्मत के नाम पर शहर को एक हजार घंटे की एक्स्ट्रा कटौती झेलनी पड़ी है।
कटौती लेकिन कार्य नहीं
स्काडा योजना के तहत शहर में 2015 में कार्य शुरू हुआ था। 88 करोड़ रुपए की यह योजना मार्च 2016 में पूरी होनी थी। लेकिन इस सीमा में कार्य पूरा नहीं हो सका। इसके बाद इसे पहले अगस्त तक और उसके बाद अक्टूबर तक बढ़ाया गया। अक्टूबर तक लगभग 55 प्रतिशत कार्य ही हो पाया। बड़े नोट बंद होने के चलते ठेकेदारों ने कार्य बंद कर दिया। जनवरी में अधिकारियों ने दबाव बनाया तो ठेकेदारों ने कार्य शुरू किया। लेकिन जनवरी माह में भी केवल पांच प्रतिशत ही कार्य आगे बढ़ पाया है। अभी भी 40 प्रतिशत कार्य अधूरा ही पड़ा है।
मार्च में होगी और परेशानी
चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण जनवरी माह में स्काडा के कार्य रुक गए हैं। चुनाव के दौरान बिजली कटौती ना करने के लिए विभाग को आदेश आया है। बिना बिजली काटे स्काडा के कार्य हो नहीं सकते, जिसके चलते 11 मार्च के बाद ही मरम्मत कार्य शुरू हो सकेगा। तभी से ज्यादा बिजली गुल होने का सिलसिला भी शुरू होगा। महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई एके सिंह का कहना है कि चुनाव होने के बाद टुकड़ों में बिजली कटौती कर मरम्मत की जाएगी।
पिछले एक साल में कटौती का स्थिति
माह डेली गुल बिजली प्रभावित एरिया
जनवरी 2016 85 घंटा राप्तीनगर, मेडिकल कॉलेज, रुस्तमपुर
फरवरी 2016 100 घंटा मोहद्दीपुर, दिव्यनगर, कूड़ाघाट
मार्च 2016 120 घंटा नंदानगर, राप्तीनगर, विकास नगर
अप्रैल 2016 150 घंटा मोहद्दीपुर, बक्शीपुर, जाफरा बाजार
मई 2016 110 घंटा नौसड़, महेवा, नार्मल, तुर्कमानपुर
जून 2016 100 घंटा लालडिग्गी, गीता प्रेस, रेती चौक
जुलाई 2016 90 घंटा मोहद्दीपुर, बिछिया, झरना टोला
अगस्त 2016 110 घंटा लालडिग्गी, सूरजकुंड, अंधियारीबाग
सितंबर 2016 190 घंटा सूजरकुंड, अंधियारीबाग, रसूलपुर
अक्टूबर 2016 170 घंटा राजेंद्र नगर, राप्तीनगर, विकास नगर
नवंबर 2016 100 घंटा राप्तीनगर, करीम नगर, सेमरा
दिसंबर 2016 200 घंटा मोहद्दीपुर, बिछिया, रुस्तमपुर, बेतियाहाता
जनवरी 2017 160 घंटा बेतियाहाता, टाउनहाल, गोलघर
वर्जन
स्काडा योजना के तहत शहर में मरम्मत कार्य के लिए एरिया वाइज कटौती की गई है। इस दौरान पब्लिक को परेशानी हुई है। अब चुनाव समाप्त होने के बाद फिर से मरम्मत कार्य शुरू किया जाएगा।
- एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम