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- बिजली विभाग में हर काम के लिए सरकारी चार्ज से अलग भी है एक रेट
- फ्री में होने वाले काम के लिए भी कर्मचारी वसूल करते हैं चार्ज
- कनेक्शन जोड़ने से लेकर बिल रीडिंग तक के लिए कर रहे वसूली
GORAKHPUR: बिजली विभाग में यूं तो हर काम के लिए सरकारी दर निर्धारित है लेकिन इससे इतर भी एक दर है, जो यहां के कर्मचारी अपने मनमुताबिक तय करते हैं। सरकारी दर की रसीद मिलती है और उससे अलग होने वाली वसूली कर्मचारियों के जेब में चली जाती है। इतना ही नहीं, विभाग में फ्री में होने वाले काम के लिए भी कर्मचारी कंज्यूमर्स से पैसे ऐंठने से नहीं चूकते। कंप्लेन के बाद भी दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती और यह धंधा बदस्तूर जारी है। कुछ कंज्यूमर्स की कंप्लेन पर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शनिवार को स्टिंग किया ताे हकीकत सामने आ गई।
बॉक्स
आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने विभाग के एक कर्मचारी से कंज्यूमर बनकर बात की तो उसने कनेक्शन जोड़ने का रेट 500 बताया। फिर 200 रुपए पर तैयार हुआ। जबकि यह कार्य फ्री में होना चाहिए।
रिपोर्टर- मैंने नया कनेक्शन लिया है, लेकिन अभी तार नहीं जुड़ा है। उसे जोड़ दीजिए।
कर्मचारी- कनेक्शन की रसीद है? यदि है तो जेई साहब से ऑर्डर करा लीजिए।
रिपोर्टर- जेई साहब ऑर्डर कर दिए हैं और रसीद घर पर है। आप चलिए, रसीद दिखा दूंगा।
कर्मचारी- एक घंटे में हम लोग आते हैं, आप घर ही रहिएगा।
रिपोर्टर- नहीं, हम घर पर नहीं रहेंगे, आप जाकर जोड़ दीजिए। पड़ोसी की मदद से घर में दो बल्ब जल रहे हैं।
कर्मचारी- ठीक है जोड़ देंगे, लेकिन कुछ दे दीजिए।
रिपोर्टर- जेई साहब तो कहे थे कि फ्री में हो जाएगा। अच्छा छोडि़ए, कितना देना है?
कर्मचारी- दो लोग जाएंगे। ऐसे में 500 रुपए तो चाहिए।
रिपोर्टर- यह तो बहुत अधिक है, जेई साहब से बात करते हैं।
कर्मचारी- कितना दे सकते हैं यह तो बता दीजिए?
रिपोर्टर- भाई साहब, जब यह फ्री में होता है तो पैसा कैसा?
कर्मचारी- तो इंतजार कीजिए। फ्री वाले लोग सोमवार को आएंगे तो करा लीजिएगा।
रिपोर्टर- 200 रुपए ले लीजिए और कनेक्शन जोड़ दीजिए।
कर्मचारी- चलिए आप इतना जिद कर रहे हैं तो दो सौ ही दे दीजिए।
(बातचीत की ऑडियो आई नेक्स्ट के पास मौजूद है.)
केस-1
मोहद्दीपुर के रहने वाले अभिषेक गुप्ता ने फरवरी माह में कनेक्शन के लिए अप्लीकेशन दिया। 22 नवंबर को उनके यहां कनेक्शन जोड़ने और मीटर लगाने के लिए कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारी ने मीटर लगाने के बाद कनेक्शन जोड़ने के लिए 300 रुपए की मांग की। उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार सारे पैसे जमा कर दिए हैं, अब कैसा पैसा? इस पर कर्मचारी सिर्फ मीटर लगाकर ही चले गए, कनेक्शन नहीं जोड़ा। इसकी कंप्लेन जेई से की तो जेई ने दूसरे लाइनमैन को भेजकर कनेक्शन जुड़वाया।
केस- 2
नौसड़ के रहने वाले मनोज निषाद के वहां का मीटर जल गया। जिसको बदलवाने के लिए कंप्लेन किया तो 1200 रुपए मांगे गए। इसकी उन्होंने रसीद मांगी तो विभाग ने मना कर दिया। उसके तीन माह बाद उनका मीटर बदला गया लेकिन बदला हुआ मीटर बहुत तेज चलने लगा। दो साल से अधिक समय हो गया अभी तक उनका मीटर न बदला गया। अब वह कह रहे हैं कि अगर 1200 रुपए उसी समय दे दिया होता तो शायद आज यह स्थिति नहीं होती।
कनेक्शन
लोड (किलोवाट) सरकारी चार्ज मार्केट रेट
1 1380 रुपए 3000 रुपए
2 2280 रुपए 4 से 5 हजार रुपए
3 3030 रुपए 5 हजार रुपए
4 3580 रुपए 6 हजार रुपए
5 8409 रुपए 11 हजार रुपए
6 9709 रुपए 12 हजार रुपए
मीटर लगाने का चार्ज
मीटर सरकारी रेट मार्केट रेट
सिंगल फेज मीटर (तकनीकी खराबी आने पर) फ्री 1 हजार से 1500 रुपए
सिंगल फेज मीटर (छेड़छाड़ पाए जाने पर) 980 रुपए (केबल बदलने पर यह रेट 1280 रुपए) 2000 से 2500 रुपए
थ्री फेज मीटर (तकनीकी खराबी आने पर) फ्री 3000 से 4000 रुपए
थ्री फेज मीटर (छेड़छाड पाए जाने पर ) 2959 रुपए (केबल बदलने पर यह रेट 4959 रुपए) 5000 से 6000 रुपए
बकाया कनेक्शन जोड़ने पर
कनेक्शन सरकारी चार्ज मार्केट रेट
सिंगल फेज की आरसीडीसी 325 रुपए 600 से 800 रुपए
थ्री फेज की आरसीडीसी 550 रुपए 1000 रुपए
वर्जन
कुछ कर्मचारी हैं जो विभाग की छवि खराब कर रहे हैं, उनको चिन्हित किया जा रहा है। किसी कंज्यूमर के साथ अगर इस तरह की घटना होती है तो वह हमारे नंबर 9415203000 पर कॉल करके जानकारी दे सकता है। जानकारी देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम