- आवासीय और कॉमर्शियल प्लॉट के ऊपर से तार हटाने के लिए जीडीए ने बिजली विभाग को दिए थे 2 करोड़

- 14 माह बीत गए लेकिन अभी तक एक भी मकान के ऊपर से तार नहीं हटाया विभाग ने

GORAKHPUR: बिजली विभाग के कारनामे किसी से छुपे नहीं हैं लेकिन कुछ ऐसे भी कारनामे हैं, जिसकी खबर किसी को नहीं है। जी हां, बात यहां कनेक्शन के बाद भी बिजली सप्लाई नहीं देने या बिल पेमेंट के बाद भी कनेक्शन काट देने की नहीं है। इससे भी आगे जाकर विभाग के अधिकारी जीडीए का 2 करोड़ लेकर 14 माह से आराम फरमा रहे हैं और लोगों के घरों पर मौत का सामान उन्हें डरा रहा है। अपने आवासीय और कॉमर्शियल प्लॉटों से बिजली के तारों का जाल हटाने के लिए ये रुपए जीडीए ने विभाग को दिए थे लेकिन अभी तक काम पेंडिंग है।

250 से अधिक आवास पर खतरा

राप्तीनगर एरिया के पार्षद प्रतिनिधि चंदू पासवान का कहना है कि राप्तीनगर पानी टंकी के पास लगभग 120 और राप्तीनगर फेज फोर में 130 एलआईजी और एमआईजी आवास ऐसे हैं, जिनकी छत के ऊपर से तार गुजरा है। इनमें 175 आवासों से होकर तो 11 हजार वोल्ट की लाइन गुजरी है। इसको हटाने के लिए दर्जनों बार लोग बिजली विभाग और जीडीए ऑफिस पर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन अभी तार नहीं हटाया गया है। चंदू का कहना है कि जब जीडीए ने बिजली विभाग को पैसा दिया तो बहुत खुशी हुई कि अब लोग सेफ हो जाएंगे लेकिन अभी तक केवल चरगांवा आईटीआई के सामने खाली प्लाट से ही तार हटा है।

तारों के चलते जमीन का उपयोग नहीं

राप्तीनगर फेज-4 में जीडीए की 30 हजार स्क्वायर फीट जमीन बिजली के तारों के कारण किसी उपयोग में नहीं है। इस प्लाट के बीच से 11 हजार वोल्ट का तार गुजरा था, बिजली विभाग ने केवल इसी जमीन से तार हटाने का कार्य किया है, जबकि अन्य जगहों पर अभी तार किसी के छत से या जीडीए की ही किसी प्लाट से गुजर रहे हैं। यही नहीं जीडीए के आवासीय एरिया में तार कई जगह घर से दो से तीन फीट की दूरी पर है, जिसके कारण पूरे घर में खतरा मंडराता रहता है।

वर्जन

तार को हटाने का प्रपोजल तैयार करके बिजली विभाग से बात की गई। इस पर आने वाला खर्च भी बिजली विभाग को दे दिया गया है। तार बिजली विभाग नहीं हटा रहा और बदनाम जीडीए हो रहा है।

- पंकज त्रिपाठी, एक्सईएन, जीडीए

कॉलिंग

बहुत अधिक परेशानी होती है। घर में बच्चे होने के कारण डर लगता है कि पता नहीं कौन सी घटना हो जाए। यही नहीं बारिश के मौसम में आंधी चलने पर पूरा परिवार डर जाता है।

महेश निषाद, सर्विसमैन

बारिश के समय जब आंधी चलने लगती है तो हम लोग बिजली काटने के लिए भगवान से गुहार लगते हैं कि अगर तार टूटे तो कोई बड़ी घटना न हो।

महेंद्र यादव, रिटायर्ड टीचर