- पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई से इस बार बर्बाद हो गया फुटकर पटाखों का कारोबार

- अवैध पटाखों के कारोबार पर तो नहीं लगा अंकुश, पूरे पूर्वाचल में महंगा हुआ पटाखा

GORAKHPUR: पहले एक हफ्ते तक पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से परेशान पटाखों के होलसेलर व्यापारियों को फुटकर का रास्ता अख्तियार करना पड़ा। बावजूद इसके यह दीवाली उनके लिए पूरी तरह फीकी रही। व्यापारियों के मुताबिक कार्रवाई में करोड़ों रुपए के पटाखे जब्त होने के बाद इस बार फुटकर पटाखों का बाजार खराब हो गया। व्यापारियों के मुताबिक, होलसेलरों के माल जब्त हो जाने से फुटकर व्यापारियों को माल नहीं मिला। लिहाजा उन्हें अन्य शहरों से पटाखों का इंतजाम करना पड़ा।

नहीं मिला रेट, दोगुना हुआ रेट

व्यापारियों के मुताबिक, अन्य शहरों से माल लाने की वजह से पटाखों की मार्केट में भारी उछाल आ गया। इससे सिर्फ गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वाचल में पटाखों के रेट बढ़ गए। साथ ही व्यापारियों को दुकानें लगाने के लिए पटाखों की पूरी रेंज भी नहीं मिल पाई। इस वजह से इस बार पटाखों की मार्केट पूरी तरह खराब है। दीपावली के दिन भी देर रात तक सिटी के टाउनहाल, जुबिली इंटर कॉलेज, जूनियर इंस्ट्ीटयूट आदि जगहों पर कस्टमर्स की कोई खास भीड़ नहीं रही। होलेसेल में पटाखों के रेट महंगे होने से फुटकर मार्केट में भी पटाखों के रेट काफी अधिक रहे। महंगाई की वजह से भी लोग इस बार पटाखे ज्यादा नहीं खरीद सके।

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सिटी में पटाखे के काम पुलिस प्रशासन की मरजी से ही होते हैं। कुछ लोगों के इशारे पर चंद होलसेलरों के वहां छापेमारी कर पूरी मार्केट खराब कर दी गई। इससे पूरे पूर्वाचल में इस बार पटाखों की मार्केट खराब हो गई। हालांकि सिटी के तमाम होलसेलर पुलिस प्रशासन से सेटिंग कर पटाखे बेचते रहे। अगर नहीं बिकता तो फुटकर दुकानें कहां से लगती।

रेहान रजा खान, पटाखा व्यापारी

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पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से अवैध पटाखों के कारोबार पर तो कोई अंकुश नहीं लगा। हां इससे इतना जरूर हुआ कि फुटकर मार्केट पूरी तरह बर्बाद हो गई। जिसका सीधा असर आमजन की जेब पर पड़ रहा है। इस बार दुकान लगाने के लिए हमलोगों के पास रेंज ही नहीं है। जो माल मिला भी है, वे रेट काफी अधिक होने की वजह से बिक नहीं पा रहा।

गौरव कुमार गुप्ता, पटाखा व्यापारी