- कैंट से गोरखपुर एक साथ आ रही पूर्वाचल और मालगाड़ी का सिग्नल बदला
- पूर्वाचल एक्सप्रेस के यात्रियों में अफरा-तफरी, दुर्घटना टली
- गोरखपुर और कैंट के स्टेशन मास्टर निलंबित, शुरू हुई जांच
GORAKHPUR : लगातार घटनाओं से घिरी हुई एनई रेलवे में आए दिन कोई न कोई नया कारनामा देखने को मिल ही जाता है। सैटर्डे का दिन एक अजब और गजब कारनामे के नाम रहा। कैंट स्टेशन से गोरखपुर के लिए एक साथ चली पूर्वाचल एक्सप्रेस और मालगाड़ी का सिग्नल ही चेंज हो गया। नतीजतन मालगाड़ी जिसे कि यार्ड में पहुंचना था, वह प्लेटफार्म नंबर भ् पर खड़ी हो गई, जबकि पूर्वाचल भी प्लेटफॉर्म की बजाए यार्ड के गुड्स लाइन नंबर 8 पर जा पहुंची। हालांकि इससे कोई अनहोनी नहीं हुई, लेकिन पैसेंजर्स में अफरा-तफरी जरूर मच गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेल एडमिनिस्ट्रेशन ने गोरखपुर के स्टेशन मास्टर शाकिर अली और कैंट के श्रीराम को निलंबित कर दिया है। इसके लिए अधिकारियों की तीन सदस्यीय टीम ने जांच भी शुरू कर दी है।
करीब क्.ब्भ् पर हुई घटना
गोरखपुर की हिस्ट्री में हुई यह अजब घटना दिन के करीब क्.ब्भ् बजे के आसपास हुई। मिली इंफॉर्मेशन के मुताबिक कोलकाता से चलकर गोरखपुर आ रही क्भ्0भ्क् पूर्वाचल एक्सप्रेस देर कैंट स्टेशन पहुंची। वहां खड़ी मालगाड़ी भी चलने के लिए तैयार थी। समय से गाडि़यों को पहुंचाने के लिए कैंट स्टेशन मैनेंजमेंट ने दोनों ट्रेनों को दो लाइनों पर एक साथ चला दिया। इसके तहत पूर्वाचल को प्लेटफार्म नंबर भ् पर आना था, जबकि मालगाड़ी को गुड्स लाइन नंबर 8 से होकर आगे बढ़ना था। पूर्वाचल का अनाउंसमेंट भी रेलवे स्टेशन पर हो रहा था। लेकिन, पूर्वी यार्ड के फेसिंग प्वाइंट पर पहुंचने के साथ ही दोनों गाडि़यों का सिग्नल बदल गया। जिसकी वजह से दोनों ही गाडि़यां दूसरे ट्रैक पर खड़ी हो गई।
पैसेंजर्स हुए परेशान
इधर, यात्री और उनके गार्जियस भी परेशान हो उठे। बीच में ही गाड़ी रुक जाने की वजह से पैसेंजर्स रेल लाइन पर ही सामान के साथ उतरने लगे। इसकी वजह से अफरा-तफरी का माहौल हो गया और वहीं महिला, बुजुर्ग और बच्चे गिर पड़े। स्टेशन मैनेजमेंट को गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने मालगाड़ी को प्लेटफार्म से फौरन हटाया। ब्भ् मिनट के बाद शंटर लोको ने ट्रेन को पीछे कर प्लेटफार्म नंबर भ् पर पहुंचाया।
गोरखपुर और कैंट पर तैनात स्टेशन मास्टरों के मिस कम्यूनिकेशन कर वजह से यह घटना हुई है। इसमें प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे