गोरखपुर (ब्यूरो)। किसी यात्री को चोट नहीं लगी है। लेकिन ट्रेन में बैठे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। वहीं, इस घटना के बाद से सोशल मीडिया पर मामला यात्रियों की तरफ से पोस्ट होने के बाद से पुलिस ने गंरता दिखाते हुए तीन लोगों को अरेस्ट कर लिया। अरेस्ट होने वालों में पिता व दो पुत्र बताए गए हैं। 7 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। वहीं 9 जुलाई से यह ट्रेन यात्रियों के लिए नियमित संचालित है। लेकिन हरी झंडी दिखाने के पांचवें ही दिन अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया।
बताया गया है कि रौनाही थाना क्षेत्र में सोहावल के पास कुछ लोगों ने मंगलवार सुबह 8.45 बजे वंदे भारत ट्रेन पर पथराव कर दिया, जिससे ट्रेन में बैठे यात्री सहम गए। आरपीएफ ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को सूचना दी। वहीं रेलवे जीआरपी व स्थानीय पुलिस की मानें तो आरोपी मुन्ना पासवान ने बताया कि उसकी छह बकरियां नौ जुलाई को इसी ट्रेन की चपेट में आने से मर गई थीं, जिससे आक्रोशित होकर उसने अपने दोनों बेटों अजय और विजय के साथ ट्रेन पर पथराव कर दिया। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पथराव में कोच सी वन में सीट संख्या 33, 34, कोच सी 3 में 20, 21, 22, कोच सी 5 में 10, 11, 12 और कोच ई1 में सीट संख्या 35 36 के पास के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए।
पहले कहां-कहां वंदे भारत पर हुआ पथराव
- बीती 26 फरवरी को मैसूर चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी हुई थी। यह घटना कृष्णराजपुरम और बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के बीच हुई थी।
- आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में अभी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया था।
- इसके अलावा केरल में भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की गई थी।
- 18-19 जून को दिल्ली से देहरादून जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के ई1 कोच पर पथराव किया गया था।
वंदे भारत एक्सप्रेस पर कुछ लोगों ने पथराव किया था। आरपीएफ को सूचना मिली तो स्थानीय पुलिस की मदद से पथराव करने वाले पकड़े गए। यात्रियों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई, लेकिन शीशे क्षतिग्रस्त हुए हैैं।
पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर